बॉर्डर-गावस्‍कर ट्रॉफी से पहले विराट कोहली को लेकर ऑस्‍ट्रेलियाई दिग्‍गज ने कह दी डराने वाली बात, बोले- अगर वो थोड़ा भी...

विराट कोहली न्‍यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्‍ट मैचों की सीरीज में बल्‍ले से कुछ कमला नहीं दिखा पाए. उनकी फॉर्म को लेकर काफी आलोचना हो रही है.

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किरण सिंह

मुंबई टेस्‍ट के दौरान विराट कोहली

मुंबई टेस्‍ट के दौरान विराट कोहली

Highlights:

विराट कोहली को न्‍यूजीलैंड के स्पिनरों ने काफी परेशान किया

कोहली मुंबई टेस्‍ट में महज पांच रन ही बना सके थे

भारत के स्‍टार बल्‍लेबाज विराट कोहली के लिए न्‍यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज भूलने लायक रही है. भारत का इस सीरीज में न्‍यूजीलैंड ने व्‍हाइटवॉश भी कर दिया. मुंबई टेस्ट में भारत के पास क्‍लीन स्‍वीप से बचने का मौका था, मगर 147 रन के जवाब में टीम इंडिया आखिरी पारी में 121 रन पर ऑलआउट हो गई.

भारत का टॉप ऑर्डर बुरी तरह से फ्लॉप रहा. विराट कोहली का बल्‍ला इस सीरीज में शांत रहा. इस मैच में वो सिर्फ पांच रन ही बना पाए. उन्होंने सीरीज को 15.50 के औसत से 93 रन के साथ समाप्त किया, जो उनके करियर की किसी भी घरेलू सीरीज में उनका सबसे कम स्कोर है, जहां उन्होंने कम से कम छह पारियां खेली हैं. 

स्पिनरों के खिलाफ नहीं चले कोहली

कोहली को बाएं हाथ के स्पिनरों ने काफी परेशान किया. पुणे टेस्ट में मिचेल सेंटनर ने उन्हें दो बार आउट किया. इसके बाद मुंबई में एजाज पटेल ने उनका शिकार किया. उनके बल्‍ले से पिछला टेस्ट शतक जुलाई 2023 में वेस्टइंडीज में निकला था.ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले कोहली को लेकर डराने वाली बात कह दी. उन्‍होंने कोहली के अनिश्चित फुटवर्क को लेकर चिंता जाहिर की. 

चैपल ने कोहली की कमजोरी का उदाहरण देते हुए पुणे में पहली पारी में सैंटनर की लो फुल-टॉस पर उनके विकेट का जिक्र किया.  चैपल ने क्रिकइंफो पर अपने कॉलम में लिखा- 

स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का पहली पारी में आउट होना, भारत के फंसे फुटवर्क की कमी का परफेक्‍ट उदाहरण था. कोहली सैंटनर की एक ऐसी गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए, जिसे अगर बल्लेबाज ने क्रीज से थोड़ी भी गति से बाहर निकाला होता, तो वो पूरा हिट कर सकते थे. हालांकि कोहली के फंसे फुटवर्क की कमी के बजाय उनके शॉट चयन पर सवाल उठाए गए.


चैपल का कहना है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ खराब प्रदर्शन ने भारत की बल्लेबाजी की कमजोरियों को उजागर कर दिया. बल्लेबाजी की कमजोरी के लिए कोई सही समय नहीं होता, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कठिन दौरे से पहले ये मुश्किलों को बुलावा दे रहा है.

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