भारतीय ऑलराउंडर ऋषि धवन ने लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट को अलविदा कह दिया. उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 में ग्रुप स्टेज की समाप्ति के बाद यह कदम उठाया. 34 साल का यह ऑलराउंडर अब वनडे और टी20 क्रिकेट नहीं खेलेगा. घरेलू क्रिकेट में हिमाचल प्रदेश के लिए खेलने वाले ऋषि धवन ने भारत के लिए तीन वनडे और एक टी20 इंटरनेशनल मैच खेले थे. ये सभी मैच उन्होंने 2016 में खेले थे. धवन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से इंटरनेशनल करियर का आगाज किया था.
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धवन फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलते रहेंगे. हालांकि अभी यह तय नहीं है कि कब तक लेकिन रणजी ट्रॉफी 2024-25 के आखिरी दो राउंड के मैचों में तो वे खेलेंगे. धवन भारतीय घरेलू क्रिकेट के धुरंधर रहे हैं. उन्होंने सभी फॉर्मेट्स में मिलाकर 9000 के आसपास रन बनाए और 650 से ऊपर विकेट लिए हैं. उन्होंने 134 लिस्ट ए मैचों में 29.74 की औसत से 186 विकेट लिए तो 38.23 की औसत से 2906 रन बनाए. वहीं 135 टी20 मैचों में 26.44 की औसत से 118 विकेट उनके नाम हैं. साथ ही 121.33 की स्ट्राइक रेट से 1740 रन बनाए.
ऋषि धवन ने रिटायरमेंट पर क्या कहा
धवन ने रिटायरमेंट की जानकारी देते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा,
भारी दिल के साथ, हालांकि मुझे कोई अफसोस नहीं है, मैं भारतीय क्रिकेट (लिमिटेड ओवर्स) से संन्यास ले रहा हूं. इस खेल ने 20 साल तक मेरी जिंदगी को परिभाषित किया है. इस खेल ने मुझे काफी खुशी और अनगिनत यादें दी हैं जो हमेशा मेरे दिल के पास रहेंगी.
धवन ने हिमाचल प्रदेश को बनाया चैंपियन
धवन की कप्तानी में हिमाचल प्रदेश ने 2021-22 में पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी जीती थी. तब वे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप पांच बल्लेबाजों और टॉप पांच विकेट टेकर्स गेंदबाजों में शामिल रहे थे. वह इस टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी हैं. तब उन्होंने 458 रन बनाए थे और 17 विकेट लिए थे.
आईपीएल में धवन ज्यादा असर नहीं डाल पाए. वे यहां पर 2013 में मुंबई इंडियंस और 2014-2024 तक पंजाब किंग्स इलेवन का हिस्सा रहे. इस टूर्नामेंट में उन्होंने 39 मैच में 25 विकेट लेने के साथ ही 210 रन बनाए.
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