पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने पर बड़ा बयान दिा है. उन्होंने इशारा किया है कि कोहली के इस फैसले के पीछे कुछ असामान्य हो सकता है. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले टेस्ट में शतक लगाने के बावजूद उनके लिए निराशजनक रहा. इसके बाद उन्होंने 12 साल बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी का फैसला किया और रेलवे के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेले. हालांकि उनका बल्ला वहां भी नहीं चला और वह 15 गेंदों पर केवल 6 रन ही बना पाए. इसके बाद उन्होंने अपना ध्यान चैंपियंस ट्रॉफी और आईपीएल पर फोकस कर दिया. आईपीएल के बीच में ही उन्होंने उस फॉर्मेट से अचानक संन्यास का ऐलान कर दिया, जिस वह काफी अहमियत देते हैं.
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तिवारी ने कहा कि कोहली में अभी भी रेड बॉल से तीन से चार साल का क्रिकेट बाकी है. उनका कहना है कि संन्यास की खबर हर फैन को हैरान करने वाली थी. तिवारी ने क्रिकट्रैकर पर कहा-
बिल्कुल नहीं. इसलिए वह आसानी से कम से कम तीन साल और चार साल तक खेल सकते थे. यह सभी क्रिकेट फैंस के लिए, जिनमें मैं भी शामिल था, बहुत ही आश्चर्यजनक और चौंकाने वाला था, क्योंकि हम सभी जानते थे कि वह शारीरिक रूप से इतने फिट हैं और इंग्लैंड सीरीज के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं.
बंगाल के पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि कोहली के फैसले की टाइमिंग ठीक नहीं लग रही है, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह पर्दे के पीछे की कहानी सार्वजनिक रूप से नहीं बताएंगे. उन्होंने कहा-
मुझे नहीं पता क्या हुआ. पर्दे के पीछे की कहानी क्या है? मुझे लगता है कि उन्हें ऐसा नहीं लग रहा था कि टीम इंडिया में उनकी जरूरत है. सिर्फ वही बता सकते हैं. मुझे लगता है कि वह कभी सार्वजनिक रूप से आकर यह बात नहीं कहेंगे, क्योंकि वह जिस तरह के इंसान बन गए हैं. मुझे लगता है कि ईश्वर ने उन्हें जो दिया है, उससे वह बहुत खुश हैं. वह आध्यात्मिक भी हो रहे हैं. जब कोई आध्यात्मिक हो जाता है तो वह इन सब बातों को छोड़कर वर्तमान पर फोकस करता है. वह अतीत के बारे में बात नहीं करना चाहते. मुझे नहीं लगता कि वह कभी आगे आकर पर्दे के पीछे क्या हुआ, यह बताएंगे.
तिवारी ने कहा कि वह और अन्य खिलाड़ी जानते हैं कि भारतीय क्रिकेट में कुछ गड़बड़ हुई है और कोहली को यह माहौल पसंद नहीं आया और उन्होंने इस फॉर्मेट को अलविदा कहने का फैसला किया. उन्होंने आगे कहा-
लेकिन एक क्रिकेट प्रेमी होने के नाते टीम इंडिया के इर्द-गिर्द जो कुछ हो रहा है, हम जैसे क्रिकेटर जो थोड़ा-बहुत जानते हैं, हम सब जानते हैं कि पर्दे के पीछे क्या हो रहा है। मुझे लगता है कि उन्हें वह माहौल पसंद नहीं आया, जिसमें वह खेल रहे थे.
कोहली ने अपने 14 साल लंबे टेस्ट करियर में 123 मैच खेले, जिसमें 46.85 की प्रभावशाली औसत से 9230 रन बनाए. उन्होंने सात दोहरे शतकों सहित 30 शतक जड़े.
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