ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) का मानना है कि दुनिया भर में टी20 लीग के फैलाव और व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के कारण वनडे क्रिकेट धीमी मौत मर रहा है. इंग्लैंड के सुपरस्टार बेन स्टोक्स (Ben stokes) के सोमवार को वनडे क्रिकेट से अचानक संन्यास की घोषणा ने विश्व क्रिकेट को हैरान कर दिया था. ऐसे में अब 50 ओवर के क्रिकेट के अस्तित्व को लेकर बहस छिड़ी हुई है. अब ख्वाजा भी इस बहस में शामिल हो गये. ख्वाजा ने 2013 में इस फॉर्मेट में डेब्यू किया था और तब से उन्होंने 40 वनडे में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया है. उन्होंने शुक्रवार को ब्रिसबेन में पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वनडे क्रिकेट धीमी मौत मर रहा है. ’’
ADVERTISEMENT
वनडे क्रिकेट मुझे पसंद नहीं
उन्होंने कहा, ‘‘वनडे विश्व कप भी है, जो मुझे लगता है कि सचमुच मजेदार है और इसे देखना आनंददायी है लेकिन इसके अलावा अगर व्यक्तिगत रूप से बात करूं तो मैं शायद वनडे क्रिकेट को ज्यादा पंसद नहीं करता. ’’ ख्वाजा ने कहा, ‘‘इस समय ऐसा लगता है कि यह टी20 विश्व कप की वजह से वास्तव में इतना महत्वपूर्ण नहीं है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी को छोड़ना होगा क्योंकि आप सभी तीनों फॉर्मेट को एक साथ नहीं रख सकते और सभी मैच नहीं खेल सकते. आपको फैसला करना होगा और चयन करना होगा. ’’
पैंतीस साल के इस खिलाड़ी की राय है कि व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के बावजूद टेस्ट क्रिकेट खेल का अहम फॉर्मेट रहेगा. उन्होंने कहा, ‘‘आपके पास टेस्ट क्रिकेट है, जो शिखर पर है, आपके पास टी20 क्रिकेट है जिसकी दुनिया भर में लीग खेली जा रही हैं जिससे शानदार मनोरंजन होता है, हर कोई इसे पसंद करता है और फिर वनडे क्रिकेट है और मुझे लगता है कि यह तीनों में शायद तीसरे नंबर पर ही आयेगा. ’’
अश्विन ने भी उठाए थे सवाल
वनडे क्रिकेट को लेकर भारतीय क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन भी अपनी बात रख चुके हैं. उन्होंने कहा कि , अब वनडे देखते वक्त मैं एक समय बाद टीवी बंद कर देता हूं, मेरे हिसाब से वनडे क्रिकेट के लिए यह डरावना है. पिछले कुछ दिनों से वनडे क्रिकेट को लेकर क्रिकेट जगत में बहस सी छिड़ पड़ी है. टी20 क्रिकेट को जहां रोमांच से भरा और तेज माना जा रहा है. वहीं टेस्ट को क्लास और दमदार कहा जा रहा है. लेकिन इन सबके बीच अब वनडे क्रिकेट अपनी अंतिम सांस ले रहा है.
ADVERTISEMENT