भारतीय क्रिकेटर के बेटे ने बदला जेंडर, आर्यन से अनाया बनने के सफर का यूं किया खुलासा, क्रिकेट छोड़ने पर भी दिल का दर्द आया बाहर

पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच संजय बांगर के बेटे आर्यन ने अपने जेंडर चेंज करवा लिया है. वो आर्यन से अनाया बन गए हैं.

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किरण सिंह

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संजय बांगर के बेटे आर्यन ने अपना जेंडर चेंज करवा लिया है

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संजय बांगर के बेटे आर्यन ने बदला जेंडर

आर्यन ने अनाया बांगर के रूप में बताई अपनी नई पहचान

टीम इंडिया के पूर्व कोच और पूर्व भारतीय ऑलराउंडर संजय बांगर के बेटे आर्यन ने सोशल मीडिया पर अपने जेंडर को लेकर खुलासा करके तहलका मचा दिया. बांगर के बेटे आर्यन जेंडर चेंज कराने के बाद अनाया बन गए हैं. उन्‍होंने खुद की पहचान ट्रांस महिला के रूप में बताई. उन्‍होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके आर्यन से अनाया बनने के अपने दर्दनाक सफर का खुलासा किया . क्रिकेट छोड़ने को लेकर भी उनके दिल का दर्द बाहर आया. बांगर के बेटे ने अपना यूजरनेम भी बदलकर अनाया कर लिया है. उन्‍होंने कंफर्म किया है कि उन्हें सेक्स चेंज ऑपरेशन करवाए हुए ग्यारह महीने हो चुके हैं. अनाया एक पेशेवर क्रिकेटर भी हैं. हालांकि उनका मानना है कि जेंडर चेंज के बाद अब उनका क्रिकेट को आगे जारी रखना मुश्किल है. 

अनाया ने 23 अगस्‍त को इंस्‍टाग्राम पर एक पोस्‍ट शेयर किया था. जिसमें उन्‍होंने बताया कि वो क्रिकेट को कितना प्‍यार करती हैं और कैसे ऑपरेशन के बाद ये खेल उनसे दूर हो गया. पोस्ट में उन्होंने यह भी बताया कि कैसे क्रिकेट के लिए उन्हें अपने पिता से प्रेरणा मिली, जिन्होंने भारत के लिए 12 टेस्ट और 15 वनडे मैच खेले और 2014 से 2018 तक टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच  भी रहे. अनाया ने लिखा- 

बचपन उम्र से ही क्रिकेट हमेशा से मेरे जीवन का हिस्सा रहा. बड़े होते हुए मैंने अपने पिता को देश के लिए खेलते और कोचिंग करते हुए देखा और कुछ ही समय में मैंने उनके नक्‍शे कदमों पर चलने का सपना देखना शुरू कर दिया. खेल के लिए उनका जुनून, अनुशासन और समर्पण मेरे लिए बहुत प्रेरणादायक था. क्रिकेट मेरा प्यार और मेरा भविष्य बन गया. मैंने अपनी पूरी जिंदगी अपने स्किल्‍स को निखारने में बिताई. उम्मीद है कि एक दिन मुझे भी उनके जैसे अपने देश के लिए खेलने का मौका मिलेगा. 

 

 अनाया ने आगे लिखा- 

मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे उस खेल को छोड़ना पड़ेगा जो मेरा जुनून, मेरा प्यार रहा है,  लेकिन अब मैं एक दर्दनाक सच्चाई का सामना कर रही हूं. हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) से एक ट्रांस महिला के रूप में मेरे शरीर में बहुत ज्‍यादा बदलाव आए. मैं अपनी मांसपेशियों, ताकत, मसल्‍स मेमोरी और एथलेटिक क्षमताओं को खो रही हूं, जिन पर मैं कभी निर्भर थी. जिस खेल से मैं इतने लंबे समय से प्यार करती थी, वो मुझसे दूर होता जा रहा है. 

अनाया ने आगे ट्रांस महिलाओं के लिए मुश्किलों का भी जिक्र किया, जो क्रिकेट को करियर के रूप में अपनाना चाहती हैं. उन्‍होंने आगे लिखा- 

इससे ज्‍यादा दुख इस बात का है कि क्रिकेट में ट्रांस महिलाओं के लिए कोई नियम नहीं हैं. ऐसा लगता है कि सिस्टम मुझे बाहर होने के लिए मजबूर कर रहा है, इसलिए नहीं कि मुझमें टैलेंट की कमी है, बल्कि इसलिए कि नियम मेरी हकीकत को नहीं समझ पाए हैं. मेरा टेस्टोस्टेरोन लेवल 0.5 एनएमओएल तक गिर गया है, जो एक एवरेज सिजेंडर महिला के लिए सबसे कम हो सकता है. इसके बावजूद मेरे पास अभी भी अपने देश के लिए खेलने  या अपने वास्तविक रूप में पेशेवर स्तर पर खेलने का स्थान नहीं है. 

अनाया ने सिस्‍टम पर भी सवाल उठाए गए हैं. उनका कहना है कि विमेंस कैटेगरी में सिस्‍टम जो कहता है, उसमें विरोधाभास है, जिस वजह से सिस्‍टम उन्‍हें एक असंभव स्थिति में धकेल रहा है,  ऐसे मानक तय कर रहा है जिन्हें वो चाहकर भी पूरा नहीं कर सकती थी. अनाया इंग्लैंड के मैनचेस्टर में रहती हैं. 

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