मुंबई इंडियंस एक गुरुकुल है जहां वो खिलाड़ी...सूर्यकुमार यादव ने इस बैटर की सफलता के लिए MI को दिया श्रेय

सूर्यकुमार यादव ने कहा कि मुंबई इंडियंस एक गुरुकुल है और इस गुरुकुल ने तिलक वर्मा जैसे खिलाड़ियों को तैयार किया है.

Profile

SportsTak

अपडेट:

SportsTak Hindi

फील्डिंग की ओर इशारा करते सूर्यकुमार यादव

Story Highlights:

सूर्यकुमार यादव ने तिलक वर्मा की तारीफ की है

सूर्य ने कहा कि मुंबई इंडियंस गुरुकुल है

टीम इंडिया के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव ने तिलक वर्मा की जमकर तारीफ की है. तिलक वर्मा एशिया कप फाइनल के हीरो साबित हुए थे जहां इस बैटर ने 53 गेंदों पर 69 रन ठोके थे और पाकिस्तान के खिलाफ भारत को जीत दिलाई थी. तिलक की पारी की बदौलत भारत ने 5 विकेट से जीत हासिल की थी.

'कोहली और रोहित के अनुभव को आप खरीद नहीं सकते', अश्विन का बड़ा बयान

सूर्य का बयान

मुंबई इंडियंस ने एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में सूर्यकुमार यादव ने कहा कि, तिलक वर्मा ने दिखा दिया कि वो किस तरह के बैटर हैं. जब हम नवंबर 2024 में साउथ अफ्रीका में थे जब तिलक ने दो शतक ठोके थे. तब हमें पता चला था कि तिलक की एंट्री हो चुकी है. तिलक ने साबित किया कि वो क्या चीज हैं.

मुंबई इंडियंस को दिया श्रेय

सूर्यकुमार यादव ने तिलक के क्रिकेट के लिए मुंबई इंडियंस को श्रेय दिया. सूर्य ने कहा कि मुंबई इंडियंस एक गुरुकुल की तरह है. यहीं पर तिलक ने ये सीखा था कि उन्हें मुश्किल स्थिति में कैसी बैटिंग करनी है.

मुंबई इंडियंस है गुरुकुल

सूर्य ने आगे कहा कि, हम सभी के लिए यानी की बुमराह, तिलक, रोहित और हार्दिक, भारत खेलने से पहले हमने आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेला. मुंबई इंडियंस एक गुरुकुल है जो खिलाड़ियों को बनाता है. हम मुंबई इंडियंस के लिए जब दबाव वाली स्थिति में बैटिंग करते हैं तो फिर इंटरनेशनल क्रिकेट में भी ऐसी स्थिति आती है तो हमें फायदा मिलता है. ऐसे में तिलक ने भी यही किया.

क्या हैं तिलक के फेवरेट शॉट्स

सूर्यकुमार यादव ने आगे कहा कि, तिलक वर्मा को रिवर्स स्वीप और स्विच हिट खेलना पसंद है. वो इसके बिना जिंदा नहीं रह सकता. लेकिन फाइनल में उसने ऐसा एक बार भी नहीं किया. यहीं पर फिर अनुशासन आता है. इतनी छोटी उम्र में ये कंट्रोल ही ऐसे खिलाड़ियों को बड़ा बनाती है. फाइनल में भी गौती भाई तिलक के पास गए थे और उन्होंने उसे कंट्रोल तरीके से खेलने के लिए कहा था. उन्होंने कहा था कि, बस वहां खड़े रहना, अपने आप मैच जिता दोगे.

मांधना ने 28 साल पुराना वर्ल्‍ड रिकॉर्ड तोड़ा, बेलिंडा क्लार्क को छोड़ा पीछे

    यह न्यूज़ भी देखें

    Share