भारत के लिए दो वर्ल्ड कप जीतने वाले गेंदबाज पीयूष चावला ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. भारत की तरफ से साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाले पीयूष चावला ने शुक्रवार को एक सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट शेयर करके अपने 20 साल के करियर को अलविदा कह दिया. उन्होंने कहा कि वह इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट के सभी फॉर्मेट को अलविदा कह रहे हैं.
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साल 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली टेस्ट से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले पीयूष चावला ने दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ ही अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था. अपने सात साल के इंटरनेशनल करियर में चावला ने भारत के लिए खेले तीन टेस्ट में सात विकेट, 25 वनडे में 32 विकेट और सात टी20 मैच में चार विकेट लिए.
उन्होंने सोशल मीडिया पर इमोशनल पोस्ट शेयर करके कहा-
मैदान पर दो दशक से ज्यादा का समय बिताने के बाद, अब इस खूबसूरत समय को अलविदा कहने का वक्त आ गया है. भारत के लिए खेलने से लेकर टी20 वर्ल्ड कप 2007 और वनडे वर्ल्ड कप 2011 में भारत की जीत का हिस्सा रहना, इस अद्भुत सफर में हर पल एक आशीर्वाद से कम नहीं है. यह पल हमेशा मेरे दिल के काफी करीब रहेगा.
पीयूष चावला ने चार आईपीएल फ्रेंचाइज का भी शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा-
पंजाब किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबइ इंडियंस का शुक्रिया, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया. आईपीएल मेरे करियर का स्पेशल चैप्टर है.
वह केकेआर की 2014 आईपीएल विजेता टीम का हिस्सा थे और उन्होंने बेंगलुरु में पंजाब किंग्स के खिलाफ फाइनल मुकाबले में गौतम गंभीर की अगुआई वाली टीम के लिए विजयी रन बनाए थे. पीयूष चावला ने अपने कोच केके गौतम और पंकज सारास्वत का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने आगे लिखा कि
मेरे दिवंगत पिता का विशेष उल्लेख, जिनके मुझ पर विश्वास ने मुझे वह रास्ता दिखाया, जिस पर मैं चल पड़ा. उनके बिना यह यात्रा कभी संभव नहीं होती.
आज मेरे लिए बहुत ही इमोशनल दिन है, क्योंकि मैं आधिकारिक तौर पर इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा करता हूं. भले ही मैं क्रीज से दूर चला जाऊं, मगर क्रिकेट हमेशा मेरे अंदर जिंदा रहेगा. अब मैं इस खूबसूरत खेल की भावना और सबक को अपने साथ लेकर एक नए सफर शुरू करने के लिए उत्सुक हूं.
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