Asian Champions Trophy Final: जुगराज सिंह के गोल से भारत 5वीं बार बना चैंपियन, फाइनल में 1-0 से चीन का तोड़ा घमंड

Asian Champions Trophy Final: भारत ने एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत लिया है. टीम ने चीन को फाइनल में 1-0 से हराया. 50वें मिनट में जुगराज सिंह ने गोल दागा.

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Neeraj Singh

जुगराज के गोल के बाद जश्न मनाती टीम इंडिया

जुगराज के गोल के बाद जश्न मनाती टीम इंडिया

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Asian Champions Trophy Final: भारत ने चीन को हरा दिया हैAsian Champions Trophy Final: भारत ने चीन को 1-0 से हराकर 5वीं बार खिताब जीत लिया है

भारत ने एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम कर लिया है. भारतीय हॉकी टीम ने 5वीं बार ये खिताब जीता है. इससे पहले टीम इंडिया साल 2011, 2016, 2018 और 2021 में ये खिताब अपने नाम कर चुकी है. दोनों टीमों के बीच तीन क्वार्टर तक कड़ी टक्कर देखने को मिली और कोई भी टीम गोल नहीं दाग पाई लेकिन तभी 51वें मिनट में टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने जुगराज सिंह को पास दिया और ये पास सीधे गोल में तब्दील हो गया. जुगराज ने 51वें मिनट में गोल दाग टीम को जीत दिला दी. इससे पहले भारत ने कोरिया को सेमीफाइनल में हराया था. वहीं चीन की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची थी. चीन ने सेमीफाइनल में पाकिस्तान को हराया था. चीन ने आखिरी मिनट तक गोल की बराबरी करने की कोशिश की लेकिन भारतीय डिफेंडरों ने ऐसा नहीं होने दिया और बढ़त बनाए रखी.


फाइनल के आंकड़े

 

गोल- चीन- 0, भारत- 1
पजेशन- चीन- 66 प्रतिशत, भारत- 34 प्रतिशत
फील्ड गोल- चीन- 0, भारत- 1
सर्किल एंट्री- चीन- 3, भारत- 6
पेनल्टी कॉर्नर- चीन- 5, भारत- 4

 

 

 

चीन पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा था जबकि भारतीय टीम डिफेंडिंग चैंपियन थी. ऐसे में भारत ने लगातार दूसरी बार खिताब पर कब्जा जमा लिया है. भारत के लिए ये जीत इसलिए भी अहम है क्योंकि हाल ही में टीम ने पेरिस ओलिंपिक 2024 में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. भारतीय टीम को पूरे टूर्नामेंट में कोई हार नहीं मिली. टीम ने इससे पहले चीन को 3-0 से हराया था. वहीं इसके बाद जापान को 5- 1 से रौंदा. मलेशिया को 8-1 से पीटा और फिर कोरिया को 3-1 और पाकिस्तान को 2-1 से हराया. और अंत में फाइनल में भी चीन को 1-0 से मात देकर खिताब जीत लिया.

 

भारत की तरफ से फॉरवर्ड में लगातार हमला देखने को मिला. हालांकि टीम इंडिया कुछ एरिया में और कमाल कर सकती थी जैसे सर्किल के भीतर एंट्री करना. लेकिन भारत ने यहां पेनल्टी के कई मौके बनाए, खासकर पहले हाफ में. लेकिन चीनी गोलकीपर वांग वेहाओ यहां पूरी तरह से डटे रहे और भारतीय खिलाड़ियों को गोल नहीं दागने दिया. तीसरे क्वार्टर ने भारतीय डिफेंस कमजोर नजर आई क्योंकि टीम ने कुछ पेनल्टी कॉर्नर दिए लेकिन कृष्ण पाठक चैलेंज के लिए पूरी तरह तैयार दिखे. 

 

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