भारतीय फुटबॉल के लेजेंड खिलाड़ी सुनील छेत्री ने पेरिस ओलिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर बड़ा बयान दिया है. बेंगलुरु एफसी के स्टार स्ट्राइकर ने कुछ समय पहले ही फुटबॉल से रिटायरमेंट ली थी. भारत ने अब तक पेरिस ओलिंपिक में कुल तीन मेडल हासिल कर लिए हैं. स्वप्निल कुसाले तीसरे एथलीट बने जिन्होंने 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन में ब्रॉन्ज मेडल जीता. तीनों ही मेडल अब तक शूटिंग में आए हैं.
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भारत ने टोक्यो ओलिंपिक्स 2020 में शानदार प्रदर्शन किया था. ऐसे में एथलीट्स से इस एडिशन में और ज्यादा अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. फिलहाल गोल्ड मेडल की उम्मीदें नीरज चोपड़ा पर है जो जैवलीन में भारत को ये पदक दिला सकते हैं. इसके अलावा बैडमिंटन में भी भारत को काफी ज्यादा उम्मीदें हैं.
बाकी के देश हमसे कई ज्यादा आगे हैं
इस बीच भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान सुनील छेत्री ने पेरिस ओलिंपिक्स में भारतीय एथलीट्स के प्रदर्शन पर कहा है कि खिलाड़ियों को अगर तैयार करना है तो उन्हें शुरुआत से ही पहले लेवल से तैयार करना होगा. हम ओलिंपिक्स में मेडल्स नहीं जीत पाते. हमारे देश की जनसंख्या 141.7 करोड़ है लेकिन इसके बावजूद हम मेडल नहीं जीत पाते. चीन, अमेरिका, जर्मनी, जापान, ऑस्ट्रेलिया कनाडा वो देश हैं जो ओलिंपिक में धमाल मचा रहे हैं. वो हमसे काफी ज्यादा बेहतर कर रहे हैं.
छेत्री ने आगे कहा कि, हमारे देश में टैलेंट की कमी नहीं है. सबकुछ 100 प्रतिशत है. 5 साल का एक बच्चा जो अंडमान में फुटबॉल, जैवलीन या क्रिकेट खेलता है उसे कोई नहीं जानता. वो एक- दो बार ट्रेंडिंग में आता है और फिर खो जाता है. इसके बाद वो कॉल सेंटर में काम करता है. सुनील ने आगे कहा कि मैं ये जो भी बोल रहा हूं उसके लिए मुझे मारा जा सकता है. लेकिन मैच सच कह रहा हूं.
उन्होंने आगे कहा कि हमें टैलेंट की पहचान करनी होगी और सही समय पर उसे आगे लेकर आना होगा. हम काफी ज्यादा पीछे हैं. मुझे कोई परवाह नहीं अगर सच बोलने के लिए लोग मुझे मार देते हैं. लेकिन सच्चाई यही है.
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