भारत से 7500 किलोमीटर चीन के हांगझोऊ शहर में जब भारत की स्टार मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और हॉकी स्टार हरमनप्रीत सिंह ने तिरंगा थामा तो उस पल को देखने के लिए करीब एक मिनट के लिए हिन्दुस्तान ठहर गया. एशियन गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी में लवलीना और हरमनप्रीत ने 655 भारतीय प्लेयर्स के दल की अगुआई की. प्लेयर्स ट्रेडिशनल अंदाज में परेड में आए. तिरंगा लहराते हुए भारतीय दल ने जैसे ही एंट्री की, पूरा स्टेडियम गूंज उठा. एशियन गेम्स में इस बार भारत ने अपना सबसे बड़ा बदल भेजा है. पिछली बार यानी 2018 में जकार्ता एशियाड में कुल 572 भारतीय प्लेयर्स ने हिस्सा लिया था.
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परेड शुरू होने से पहले भारतीय प्लेयर्स ने ‘सबसे आगे भारत’ के नारे लगाए और साथी प्लेयर्स का जोश बढ़ाया. भारत इस बार 100 के पार मेडल के इरादे से उतरा है. भारत ने पिछली बार 16 गोल्ड, 23 सिल्वर और 31 ब्रॉन्ज सहित कुल 70 मेडल जीते थे. ऐसे में इस बार बड़े दल से ज्यादा मेडल की भी उम्मीद की जा रही है.
नीरज- प्रज्ञानंद पर नजर
एशियन गेम्स की ऑफिशियल शुरुआत भले ही 23 सितंबर को हुई, मगर क्रिकेट, टेबल टेनिस, फुटबॉल सहित कुछ खेल पहले ही शुरू हो चुके हैं. महिला क्रिकेट में तो भारत गोल्ड से सिर्फ 2 कदम दूर है. सेमीफाइनल में भारत के सामने बांग्लादेश की चुनौती है. इस एशियन गेम्स में भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा, ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानंद से भी देश को उम्मीद है. वर्ल्ड चैंपियन नीरज चोपड़ा खिताब बचाने उतरेंगे. जबकि प्रज्ञानंद चेस के खेल में कमाल दिखाने को तैयार हैं.
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