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कौन है वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली मीनाक्षी हुड्डा? पिता चलाते हैं ऑटो, कोच ने उठाया डाइट और किट का खर्चा
मीनाक्षी हुड्डा ने वर्ल्ड चैंपियनशिप बॉक्सिंग में कमाल कर दिया है और गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है. मीनाक्षी काफी संघर्ष कर यहां तक पहुंची हैं.

SportsTak
अपडेट:

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मीनाक्षी हुड्डा ने इतिहास रच दिया है और उन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप्स में गोल्ड मेडल जीत लिया है. मीनाक्षी ने पेरिस ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता नाज़िम क्यज़ैबे को हराया.

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बता दें कि, मीनाक्षी के पिता श्रीकृष्ण हुड्डा 30 साल से रोहतक में ऑटोरिक्शा चला रहे हैं. सुबह 8:30 से शाम 6 बजे तक वह यात्रियों को ढूंढते हैं. अगर देर रात कोई सवारी मिले, तो वह थोड़ा और रुकते हैं. उनका यह रोज़मर्रा का काम तय है और इसमें बदलाव नहीं होता.
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शनिवार 13 सितंबर को श्रीकृष्ण ने शाम 4 बजे आखिरी सवारी छोड़ी. फिर वह रुड़की गांव गए, जो रोहतक से 20 किलोमीटर दूर है. वहां स्थानीय स्टेडियम में बॉक्सिंग एकेडमी में विश्व चैंपियनशिप का मुकाबला लाइव दिखाया जा रहा था.

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श्रीकृष्ण अपनी बेटी मीनाक्षी का मुकाबला देखने गए थे. 24 साल की मीनाक्षी ने अब कमाल कर दिया है और इसके पीछे उनके पिता का सबसे बड़ा हाथ है. वहीं उनके कोच ने भी उनकी काफी मदद की है.

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मीनाक्षी ने कहा था कि, मुझे सिर्फ स्वर्ण चाहिए." उनके पिता को विश्वास नहीं होता कि मीनाक्षी इतनी दूर पहुंची. रुड़की से विश्व मंच तक का उनका सफर असाधारण है.

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मीनाक्षी चार भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं. उनके परिवार में कोई खेल नहीं खेलता था. 2013 में कोच विजय हुड्डा ने रुड़की में बॉक्सिंग एकेडमी शुरू की. 2018 में मीनाक्षी ने वहां ट्रेनिंग शुरू किया, हालांकि उनके पिता शुरू में इसके खिलाफ थे.

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श्रीकृष्ण को डर था कि वह मीनाक्षी के खेल के खर्चे नहीं उठा पाएंगे. उनके पास न जमीन थी, न नौकरी, और ऑटोरिक्शा भी किराए का था. कोच विजय ने उन्हें मनाया और मीनाक्षी के डाइट और किट के खर्चे उठाए.

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मीनाक्षी ने 2019 में यूथ नेशनल्स में स्वर्ण जीता. 2021 में उन्होंने सीनियर नेशनल्स में रजत पदक जीता और ITBP में नौकरी पाई. इस नौकरी से परिवार की आर्थिक स्थिति सुधरी और श्रीकृष्ण को अपना ऑटोरिक्शा मिला.

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2025 में मीनाक्षी ने पूर्व विश्व चैंपियन नीतू घणघास को हराकर नेशनल चैंपियनशिप जीती. उनकी ऊंचाई और सीधे पंच उनकी ताकत हैं. अब वह वर्ल्ड चैंपियन बन चुकी हैं और सबसे ज्यादा खुश उनके पिता हैं.
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