भारत के स्टार खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और उनके ऑस्ट्रेलियाई पार्टनर मैथ्यू एब्डेन की जोड़ी को बड़ा झटका लगा. बोपन्ना और एब्डेन की जोड़ी को विंबलडन के सेमीफाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त नीदरलैंड और ब्रिटिश खिलाड़ी की जोड़ी वेस्ले कूलहोफ और नील स्कूपस्की की जोड़ी से हार का सामना करना पड़ा. कूलहोफ और स्कूपस्की की जोड़ी ने बोपन्ना की जोड़ी को सेमीफाइनल मैच में सीधे सेटों में 7-5 और 6-4 से हराया. इसके साथ ही 8 साल बाद विंबलडन खिताब जीतने का बोपन्ना का सपना धरा रह गया.
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एक भी ब्रेक पॉइंट नहीं जीत सके बोपन्ना
कूलहोफ और स्कूपस्की की जोड़ी ने बोपन्ना और एब्डेन की जोड़ी पर शुरू से दबाव बना कर रखा. जिसका नतीजा ये रहा कि पहले सेट में बोपन्ना की जोड़ी को 5-7 से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद दूसरे सेट में बोपन्ना की जोड़ी टक्कर भी नहें दे सकी और उसे 4-6 से हार मिली. इसके साथ ही 43 साल के हो चुके बोपन्ना का विंबलडन में डबल्स का खिताब जीतने का ख्वाब टूट गया. बोपन्ना आठ साल बाद पुरुष डबल्स में विंबलडन के डबल्स सेमीफाइन में पहुंचे थे. मैच में बोपन्ना की जोड़ी ने अपने सर्विस पर 77 प्रतिशत अंक अर्जित किए तो कूलहोफ और स्कूपस्की की जोड़ी ने 82 प्रतिशत अंक अपनी सर्विस पर जीते. वहीं कूलहोफ और स्कूपस्की की जोड़ी ने दो में दो ब्रेक पॉइंट जीते तो बोपन्ना की जोड़ी एक भी ब्रेक पॉइंट नहीं जीत सकी.
साल 2006 में पहली बार खेला था विंबलडन
बोपन्ना के करियर की बात करें तो साल 2006 से पुरुष डबल्स में खेलने वाले बोपन्ना साल 2013 और 2015 के बाद तीसरी बार विंबलडन में पहुंचे थे. हालांकि तीनों ही बार उन्हें सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा और जीत नहीं दर्ज कर सके. वहीं क्वार्टर फाइनल में टालोन ग्रिक्सपुर और बार्ट स्टीवंस की जोड़ी को कड़े संघर्ष के बाद बोपन्ना और एब्डेन की जोड़ी ने 6-7, 7-5, 6-2 से शिकस्त देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी,. लेकिन अब दोनों का सफर समाप्त हो गया है.
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