पहला वनडे मैच आसानी से जीतने के बाद टीम इंडिया वेस्टइंडीज को हल्के में ले बैठी. जिसके चलते दूसरे वनडे मैच में रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों को आराम दिया गया. उनकी जगह संजू सैमसन और अक्षर पटेल को मौका दिया गया. हालांकि दोनों ही खिलाड़ी मिले मौके का कुछ ख़ास फायदा नहीं उठा सके. जिससे टीम इंडिया को वेस्टइंडीज ने अपने घरेलू मैदान पर 181 रनों पर ही समेट दिया. जिसके बाद कैरिबियाई कप्तान शाई हॉप ने 80 गेंदों में 63 रनों की नाबाद पारी खेली और 4 विकेट के नुकसान पर ही 182 रनों के लक्ष्य को हासिल कर डाला. इस तरह वेस्टइंडीज ने दूसरे वनडे में 6 विकेट से जीत दर्ज करके अब सीरीज को 1-1 की बराबरी की दहलीज पर ला दिया है. जिसका अंतिम मैच एक अगस्त को खेला जाएगा.
रोहित और कोहली को रखा बाहर
बारबाडोस के मैदान पर वेस्टइंडीज के कप्तान शाई हॉप ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. जो कि सही साबित हुआ. भारत ने वर्ल्ड कप 2023 को ध्यान में रखते हुए एक्सपेरिमेंट किया और रोहित शर्मा व विराट कोहली दोनों को टीम से बाहर करके उन्हें रेस्ट दिया. इनकी जगह संजू सैमसन और अक्षर पटेल को आजमाया गया.
इशान-गिल ने दिलाई दमदार शुरुआत
भारत की तरफ से इशान किशन और शुभमन गिल ने ओपनिंग में 90 रनों की दमदार शुरुआत दिलाई थी. लेकिन इसके बाद भारत की बल्लेबाजी ताश के पत्ते की तरह बिखर गई. 90 रन के कुल स्कोर पर सबसे पहले शुभमन गिल गुडाकेश मोती का शिकार बने और 49 गेंदों में 5 चौके से 34 रन बनाकर चलते बने. गिल के जाते ही इशान किशन भी बड़ी पारी नहीं खेल सके और 55 गेंदों पर 6 चौके व एक छक्के से 55 रन बनाकर चलते बने.
बिखर गई टीम इंडिया की बल्लेबाजी
गिल और इशान के जाने के बाद भारत के लिए काफी समय बाद वनडे क्रिकेट खेलने वाले संजू सैमसन का बल्ला फ्लॉप रहा और वह 19 गेंदों में 9 रन ही बना सके. जबकि अक्षर पटेल (1), हार्दिक पंड्या (7), रवींद्र जडेजा (10) और सूर्यकुमार यादव (24) ये सभी बल्लेबाज कुछ ख़ास नहीं कर सके. जिससे 148 रन पर ही टीम इंडिया के 7 विकेट गिर गए थे. इसके बाद जैसे-तैसे भारत 181 के स्कोर तक पहुंच सका और उनकी टीम ऑलआउट हो गई. वेस्टइंडीज के लिए सबसे अधिक तीन-तीन विकेट गुडाकेश मोटी और रोमारियो शेफर्ड ने लिए.
आसानी से जीती वेस्टइंडीज
182 रनों के लक्ष्य का पीछा करते समय सलामी बल्लेबाज ब्रैंडन किंग और काइल मायर्स ने 53 रनों की शानदार ओपनिंग शुरुआत दिलाई. लेकिन तभी 28 गेंदों में 4 चौके और दो छक्के से 36 रन बनाकर मायर्स शार्दुल ठाकुर का शिकार बन गए. इसके बाद ब्रैंडन किंग भी 23 गेंदों में 3 चौके से 15 रन बनाकर चलते बने. जबकि एलिक अथानाजे भी 6 रन ही बना सके. 72 के स्कोर पर जब वेस्टइंडीज का तीसरा विकेट गिरा. तब ऐसा लगा कि शायद भारत इस मैच में कुछ कर सकता है. लेकिन नंबर चार पर बल्लेबाजी करने वाले कप्तान शाई हॉप ने कीसी कार्टी के साथ मिलकर टीम को जीत दिला डाली. हॉप ने 80 गेंदों में दो चौके और दो छक्के से 63 रनों की नाबाद पारी खेली. जबकि 65 गेंदों में 4 चौके से नाबाद 48 रन कार्टी ने भी बनाए. जिससे वेस्टइंडीज ने 36.4 ओवर में 4 विकेट पर 182 रन बनाकर टीम को 6 विकेट से जीत दिला डाली. भारत के लिए सबसे अधिक तीन विकेट शार्दुल ठाकुर ने लिए.
ये भी पढ़ें :-