अफगानिस्तान की टीम 9 से 13 सितंबर के बीच न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रेटर नोएडा में एकमात्र टेस्ट मैच खेलेगी. अफगान टीम भारतीय जमीं पर कीवी टीम की मेजबानी करेगी, जो उसका घरेलू मैदान भी है. अफगानिस्तान की टीम अपने घरेलू मैचों की मेजबानी भारत में तीन स्थानों (ग्रेटर नोएडा, लखनऊ, देहरादून) और संयुक्त अरब अमीरात में करती रही है. न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच से पहले अफगानिस्तान के कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी ने कुछ बड़ी मांग की है. जिसमें भारत में अच्छे वेन्यू के साथ तीन-चार मैचों की सीरीज समेत कई मांग शामिल है.
शाहिदी का कहना है कि टेस्ट क्रिकेट में उनकी टीम नई है और उन्हें ज्यादा अनुभव हासिल करने की जरूरत है. उनका मानना है कि अगर रेगुलर बेसिस पर अफगान टीम को ज्यादा मौके मिलते हैं तो वो काफी सुधार करेंगे. उन्होंने कहा-
अगर आप टेस्ट क्रिकेट को देखें तो हम इस फॉर्मेट में नए हैं. हमें और अनुभव की जरूरत है. अगर हमें नियमित आधार पर अधिक मौके मिलते हैं, तो हम बहुत सुधार करेंगे. एक टीम और एक देश के रूप में हम अच्छे लोग हैं और हम चुनौतियों को स्वीकार करते हैं. इस खेल में और भविष्य में भी, अगर हमें अधिक मौके मिलते हैं तो हम सुधार करेंगे और दिखाएंगे कि हम बेस्ट टीम हैं. छह साल में नौ मैच ज्यादा नहीं होते.
अगर हमें बड़ी टीमों के साथ ज़्यादा मौके मिलते हैं तो हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे. न्यूजीलैंड की रैंकिंग को देखते हुए उनके खिलाफ खेलना हमारे लिए अच्छा मौका है. उम्मीद है कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) भविष्य में हमें बड़ी टीमों के खिलाफ़ खेलने के मौके देने की पूरी कोशिश करेगा.
शाहिदी ने आगे कहा-
कोच चाहते हैं कि हम आक्रामक रहें और बेहतर प्रदर्शन करें. हम हर दिन अपना बेस्ट देने की कोशिश कर रहे हैं. टीम में आए युवा खिलाड़ी टैलेंटेड और मेहनती हैं.
अफगान कप्तान ने अपनी टीम के लिए अधिक टेस्ट मैचों और भारत में अच्छे घरेलू स्थल की मांग की, ताकि ट्रेनिंग में सुधार हो सके और प्रतिद्वंद्वी टीमों पर प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त हासिल की जा सके. उन्होंने कहा-
यह एसीबी और आईसीसी के हाथ में है. जब टेस्ट क्रिकेट की बात आती है तो कुछ खिलाड़ी लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों से अलग होते हैं. अगर हमें लगातार तीन-चार मैचों की सीरीज मिलती है तो ये एक टीम के तौर पर हमारे लिए मददगार साबित होगी. अगर आप हमारे अतीत को देखें तो हम टेस्ट मैच से सिर्फ 10 दिन पहले ही तैयारी करते थे. सिर्फ नेट्स में खेलकर रेड-बॉल क्रिकेट खेलना आसान नहीं है. अगर आप मैच खेलेंगे तो ही आप गेंद को परखने में बेहतर होंगे.
उन्होंने आगे कहा-
भारत हमारा घर है और जब हम टीमों की मेजबानी करते हैं तो दूसरे देश यहां ज्यादा क्रिकेट खेलते हैं. उम्मीद है कि हमें भारत में एक अच्छा मैदान मिलेगा और अगर हम खुद को एक ही मैदान तक सीमित रखते हैं तो ये हमारे लिए प्रभावी होगा. अगर आप फर्स्ट क्लास में हमारे रिकॉर्ड देखें तो यह अच्छा है, क्योंकि हम अपने घरेलू मैदान पर खेलते हैं. हम उन परिस्थितियों को जानते हैं. उम्मीद है कि भविष्य में ऐसा समय आएगा जब टीमें अफगानिस्तान जाएंगी और हमारा एवरेज ज्यादा होगा. उम्मीद है कि एसीबी और बीसीसीआई हमें अच्छा स्थान दिलाएंगे.
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