एशिया कप 2022 (Asia Cup 2022) में टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था. भारतीय टीम यहां सुपर 4 स्टेज से ही बाहर हो गई. रोहित शर्मा एंड कंपनी को पाकिस्तान और श्रीलंका के हाथों हार का सामना करना पड़ा. लेकिन अंत में टीम को अफगानिस्तान के खिलाफ 101 रन से बड़ी जीत मिली. एशिया कप भले ही टीम इंडिया के लिए खराब रहा हो लेकिन विराट की फॉर्म वापसी ने फैंस की चिंता दूर कर दी है. क्योंकि इकलौते विराट ही थे जिन्होंने 5 पारी में 276 रन बनाए और वो भी 147 की स्ट्राइक रेट से. इस दौरान विराट ने 2019 के बाद पहली बार किसी फॉर्मेट में शतक जमाया और 122 रन की पारी खेली.
लेकिन इन सबके बीच खिलाड़ियों का चोटिल होना भारतीय टीम की टेंशन बढ़ा गया. इसमें सबसे पहला नाम रवींद्र जडेजा का था जो पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलकर चोटिल हो गए और टूर्नामेंट के साथ टी20 वर्ल्ड कप से भी बाहर हो गए. वहीं बुमराह और हर्षल पहले ही बाहर थे. इस साल भारतीय खिलाड़ियों को काफी चोट लगी. इसमें केएल राहुल और दीपक चाहर का भी नाम शामिल है. ऐसे में अब टीम इंडिया के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने चोटिल खिलाड़ियों को लेकर बड़ा बयान दिया है.
स्किल्स पर ध्यान देना चाहिए
सहवाग ने क्रिकबज के साथ खास बातचीत में कहा कि, भारतीय खिलाड़ियों की सबसे बड़ी चिंता यहां चोट है और कोई भी इसपर सोच विचार नहीं कर रहा है. हार्दिक पंड्या गेंदबाजी के दौरान चोटिल हुए थे लेकिन ज्यादातर खिलाड़ी या तो जिम या फिर बाहर चोटिल होते हैं. जडेजा के साथ भी यही हुआ था. सहवाग ने आगे कहा कि, अंत में हमें मैच के बाद पता चलता है कि कोई चोटिल हो गया.
सचिन ऐसा नहीं करते थे
सहवाग ने कहा कि, खिलाड़ियों को ये समझना होगा कि, जिम से ज्यादा स्किल जरूरी है. आप जब टीम इंडिया के लिए सीरीज खेलते हैं तो जिम के बदले स्किल्स पर ध्यान दें और दो महीने के ब्रेक दौरान अपनी फिटनेस पर काम करें. सहवाग ने आगे सचिन का उदाहरण देते हुए कहा कि, सचिन मैच से पहले खुद को अलग तरह से तैयार करते थे. वो जिम भी करते थे तो 6 से 8 किलो वजन उठाते थे. मैंने उनसे पूछा भी था कि वो इतना कम वजन क्यों उठाते हैं तो उन्होंने कहा था कि, वो मैच में खुद को बनाकर रखना चाहते हैं. ताकि उनकी ताकत कम न हो.
सहवाग ने कहा कि, वर्तमान में टीम के खिलाड़ी काफी ज्यादा वजन उठाते हैं. विराट कोहली भी 50 से 60 किलो वजन उठाते हैं और वीडियो डालते हैं. ऐसे में आपको चोट लगने की आशंका ज्यादा होती है.