श्रीलंका ने दिलों की धड़कनें रोक देने वाले अंदाज में मैच जीतकर एशिया कप 2022 के सुपर-4 में जगह बना ली है. ड्रामे से भरपूर मैच में बांग्लादेश को दो विकेट से हार मिली और वह टूर्नामेंट से बाहर हो गया था. 183 रन का पीछा करते हुए श्रीलंका ने आठ विकेट गंवाकर चार गेंद बाकी रहते जीत हासिल की. टीम को डेब्यू कर रहे 10वें क्रम के बल्लेबाज असिथा फर्नांडो ने तीन गेंद में नाबाद 10 रन बनाकर जीत दिला दी. दुबई के मैदान पर यह लक्ष्य का पीछा करते हुए यह सबसे बड़ी जीत है. उसकी तरफ से ओपनर कुसल मेंडिस ने 60 और कप्तान दसुन शनाका ने 45 रन की अहम पारियां खेलीं. मेंडिस को अपनी पारी के दौरान चार जीवनदान मिले. उन्होंने 37 गेंद में चार चौके और तीन छक्के जड़े. शनाका ने 33 गेंद की पारी में तीन चौके और दो छक्के लगाए.
इस मैच का खात्मा नो बॉल के साथ हुआ और बांग्लादेश के आगे जाने का सपना टूट गया. बांग्लादेश की बॉलिंग भी धीमी रही इसके चलते उसे आखिरी ओवर में पांच फील्डर 30 गज के दायरे में रखने पड़े. इसका भी उसे नुकसान हुआ. इसके साथ ही पिछले दो बार का एशिया कप फाइनलिस्ट इस बार ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गया. इससे पहले अफीफ हुसैन, मेहदी हसन मिराज, महमूदुल्लाह और मोसादेक हुसैन की आक्रामक पारियों के दम पर बांग्लादेश ने सात विकेट पर 183 रन का स्कोर खड़ा किया. बांग्लादेश का श्रीलंका के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय में यह सर्वाधिक स्कोर रहा.
बांग्लादेश की ओर से ओपनर मेहदी हसन मिराज ने 26 गेंद में दो चौके और दो छक्के की मदद से 38 रन बनाए. विकेटों के गिरने के बीच अफीफ हुसैन (22 गेंद में 39 रन) और अनुभवी महमुदुल्लाह (22 गेंद में 27 रन) ने पांचवें विकेट के लिए 57 रन की आक्रामक साझेदारी कर बड़े स्कोर की नींव रखी. अफीफ ने अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के तो वहीं महमूदुल्लाह ने एक चौका और एक छक्का लगाया. मोसादेक हुसैन ने आखिरी ओवरों में नौ गेंद की नाबाद पारी में चार चौकों की मदद से 24 रन बनाकर टीम के स्कोर को 183 के पार पहुंचाया. बांग्लादेश ने आखिरी पांच ओवरों में 60 रन बटोरे. श्रीलंका के लिए वानिंदु हसरंगा और चमिका करुणारत्ने ने दो -दो विकेट लिये.
श्रीलंका को आखिरी दो ओवर में जीत के लिए 25 रन चाहिए थे. उसके हाथ में तीन विकेट थे. 19वें ओवर में चमिका करुणारत्ने (16) ने अच्छी शुरुआत की और पहली दो गेंद पर चार रन बटोर लिए. तीसरी गेंद नोबॉल रही और इस पर चौका भी लगाया. इससे दो गेंद में नौ रन आ गए. लेकिन पांचवीं गेंद पर करुणारत्ने रन आउट हो गए. इससे मैच बांग्लादेश की तरफ झुक गया था. लेकिन ओवर की आखिरी गेंद पर डेब्यू कर रहे असिता फर्नान्डो ने चौका लगाकर जरूरी रनों को आठ कर दिया. आखिरी ओवर की पहली गेंद पर लेग बाय से एक रन आया और फर्नान्डो स्ट्राइक पर आ गए. उन्होंने मेहदी हसन की दूसरी गेंद पर चौका लगाकर श्रीलंका को हावी कर दिया. तीसरी गेंद पर उन्होंने दो रन बटोरे और स्कोर टाई हो गया लेकिन थर्ड अंपायर ने गेंद को नोबॉल बताया क्योंकि मेहदी हसन का पैर क्रीज के बाहर था. इसके साथ ही श्रीलंकाई खेमा खुशी से झूम उठा.
मुश्किल में था श्रीलंका
श्रीलंका ने रनों की पीछा तेजी से किया और पथुम निसंका और कुसल मेंडिस ने पहले विकेट के लिए 45 रन जोड़े. निसंका की तुलना में मेंडिस ज्यादा आक्रामक रहे. 19 गेंद में दो चौकों और एक छक्के से 20 रन बनाने के बाद निसंका पहले विकेट के रूप में आउट हुए. वे इबादत हुसैन के शिकार बने. चरित असालंका (1) कुछ खास नहीं कर पाए और इबादत के दूसरे शिकार हुए. धनुष्का गुणातिलका (11) ने आते ही तेवर दिखाए और दो चौके लगाए. लेकिन इबादत हुसैन ने उनकी पारी का अंत भी कर दिया. तस्किन ने उनका गजब का कैच लपका.भानुका राजपक्षा (2) को तस्किन ने ज्यादा देर टिकने नहीं दिया. इससे श्रीलंका का स्कोर चार विकेट पर 77 रन हो गया.
मेंडिस-शनाका ने संभाला
शनाका 13वें ओवर में इबादत के खिलाफ लगातार दो छक्के लगाकर जरूरी रन गति को कम किया। इसी ओवर में मेंडिस ने 32 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया. श्रीलंका ने इस ओवर से 22 रन बटोरे. मेंडिस ने इसके बाद गेंदबाजी पर आए मिराज की गेंद पर छक्का जड़ा लेकिन 15वें ओवर में मुस्तफिजुर रहमान की गेंद पर उन्होंने तस्किन को कैच थमा दिया. लगातार दो विकेट गिरने के बाद भी शनाका ने 17वें ओवर में मुस्तफिजुर और 18वें ओवर में मेहदी हसन के खिलाफ चौके जड़े.
मेहदी ने हालांकि 18वें ओवर में उन्हें बाउंड्री के पास मोसादेक हुसैन के हाथों कैच कराया. चमिका करुणारत्ने (16 रन) ने इबादत हुसैन के खिलाफ चौका लगाया लेकिन इसी ओवर में एक रन चुराने के चक्कर में शाकिब के थ्रो पर रन आउट हो गए.डेब्यू कर रहे असिथा फर्नांडो ने इसके बाद तीन गेंद में दो चौके जड़े जिससे मैच श्रीलंका के नाम हो गया.
बांग्लादेश की पारी का हाल
डेब्यू कर रहे असिथा फर्नांडो (51 रन पर एक विकेट) ने पारी के तीसरे ओवर में साबिर रहमान (पांच रन) को पवेलियन की राह दिखाकर श्रीलंका को पहली सफलता दिलाई. मेहदी हसन मिराज ने चौथे ओवर में महीश तीक्षना की गेंद पर छक्का और पांचवें ओवर में फर्नांडो के खिलाफ लगातार गेंदों पर छक्का और चौका लगा कर रन गति को तेज किया. फर्नांडो के इस ओवर से बांग्लादेश ने 18 रन बटोरे. अगले ओवर में मेहदी हसन मिराज ने एक और चौका जड़ा जिससे पावरप्ले में टीम का स्कोर एक विकेट पर 55 रन हो गया.
सातवें ओवर में गेंदबाजी के आये हसरंगा ने मेहदी हसन मिराज को बोल्ड कर 26 गेंद में 38 रन की उनकी पारी को खत्म किया. अगले ओवर में चमिका करुणारत्ने की उछाल लेती गेंद पर मुशफिकुर रहीम (चार रन) विकेटकीपर मेंडिस को कैच देकर आउट हुए. कम होती रन गति को पटरी पर लाने के लिए कप्तान शाकिब अल हसन ने जोखिम उठाकर नौवें और 10वें ओवर में चार गेंद पर तीन चौके जड़े. तीक्षना ने 11वें ओवर में उन्हें बोल्ड करके उनकी पारी को खतरनाक होने से पहले ही रोक दिया. शाकिब ने 22 गेंद में 24 रन का योगदान दिया.
आखिरी ओवर्स में लूटे रन
इसके बाद अफीफ हुसैन और महमुदुल्लाह तेजी से रन बटोरे. अफीफ इस दौरान ज्यादा आक्रामक रहे. उन्होंने 13वें ओवर में हसरंगा और 16वें ओवर में फर्नांडो के खिलाफ लगातार गेंदों पर चौका और छक्का लगाया तो वहीं महमुदुल्लाह ने यही काम पारी के 15वें ओवर में हसरंगा के खिलाफ किया. दोनों की अर्धशतकीय साझेदारी को मदुशंका ने 17वें ओवर में अफीफ को आउट कर तोड़ा. 18वें ओवर में हसरंगा ने महमुदुल्लाह को चलता किया. इसके बाद मोसादेक ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से श्रीलंका के गेंदबाजों को दबाव में ला दिया. आखिरी ओवर में तस्कीन अहमद (नाबाद 11) ने भी छक्का लगाया जिससे टीम ने 180 के स्कोर को पार किया.

