श्रीलंका एशिया कप 2022 का विजेता बन गया है. उसने पाकिस्तान को फाइनल में 23 रन से हराकर छठी बार खिताब अपने नाम किया. पाकिस्तान का 10 साल बाद एशिया कप जीतने का सपना टूट गया. जीत के लिए मिले 171 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तानी टीम 147 रन पर सिमट गई. उसकी तरफ से मोहम्मद रिजवान ने 55 रन की पारी खेली लेकिन उनकी धीमी स्ट्राइक रेट वाली यह पारी श्रीलंका को किसी तरह से परेशान नहीं कर पाई. उनके अलावा कोई और बल्लेबाज टिक भी नहीं पाया. श्रीलंका की तरफ से युवा तेज गेंदबाज प्रमोद मदुशन ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए. वहीं वानिंदु हसारंगा ने तीन शिकार किए.
श्रीलंका के लिए टी20 वर्ल्ड कप से पहले यह जीत काफी बड़ी है. उसकी नए चेहरों से बनी टीम ने भारत और पाकिस्तान (दो बार) जैसी धुरंधर टीमों को धूल चटाते हुए खिताब जीता है. यह देश पिछले कुछ समय में काफी मुश्किल से जूझ रहा है. देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह डूब हुई है. राजनीतिक उठापटक हुई और राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को देश छोड़कर भागना पड़ा. इन विपरीत हालातों के चलते एशिया कप की मेजबानी भी श्रीलंका को छोड़नी पड़ी थी. दसुन शनाका जैसे नए कप्तान और क्रिस सिल्वरवुड जैसे कोच, जिन्हें इंग्लैंड ने हटा दिया था, के नेतृत्व में श्रीलंका की युवा टीम ने सारे अनुमानों को धत्ता बताते हुए एशिया कप जीता. 2014 के बाद पहली बार उसे यह कामयाबी मिली है.
इससे पहले भानुका राजपक्षा ने नाबाद 71 रन बनाकर श्रीलंका को छह विकेट पर 170 रन तक पहुंचाया. पाकिस्तानी कप्तान बाबर आजम ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया जो शुरुआत में सही साबित होता लग रहा था लेकिन राजपक्षा ने आखिरी चार ओवर में 50 रन बनाकर श्रीलंका को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. नसीम शाह ने चार ओवर में 40 रन देकर एक विकेट लिया जबकि हारिस रऊफ ने चार ओवर में 29 रन देकर तीन विकेट चटकाये. स्पिनर शादाब खान ने चार ओवर में 28 रन देकर एक विकेट लिया.
बाबर-फख़र नाकाम
लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने कप्तान बाबर आजम को चौथे ओवर में गंवा दिया. वे प्रमोद मदुशन के शिकार बने. शॉर्ट फाइन लेग पर दिलशान मदुशंका ने उनका शानदार कैच लपका. बाबर पूरे एशिया कप में नाकाम रहे. 5 मैच में वे 68 रन बना सके. फख़र जमां पहली ही गेंद पर चलते बने और मदुशन के दूसरे शिकार हुए. वे भी इस टूर्नामेंट में बुरी तरह फ्लॉप रहे.
इफ्तिखार अहमद ने हैट्रिक बचाई. फिर मोहम्मद रिजवान के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी की. लेकिन यह पार्टनरशिप 59 गेंद में हुई. इससे पाकिस्तान पर दबाव बना रहा. इफ्तिखार ने 31 गेंद में दो चौकों और एक छक्के से 32 रन बनाने के बाद मदुशन के तीसरे शिकार बन गए. इसके बाद पाकिस्तानी बैटिंग ध्वस्त हो गई. बैटिंग में ऊपर भेजे गए मोहम्मद नवाज छह रन बना सके और चमिका करुणारत्ने की गेंद पर आउट हुए. हसरंगा ने 17वें ओवर में तीन विकेट लेकर पाकिस्तान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. श्रीलंका ने क्षेत्ररक्षण में भी जबर्दस्त मुस्तैदी दिखाते हुए रन बचाये और अच्छे कैच लपके जबकि पाकिस्तानी फील्डर्स ने निराश किया.
श्रीलंका की खराब शुरुआत
पाकिस्तान के 19 साल के तेज गेंदबाज शाह ने शानदार फॉर्म जारी रखते हुए कुसल मेंडिस को खाता खोले बिना ही पवेलियन भेज दिया. धनंजय डिसिल्वा (21 गेंद में 28 रन) ने जरूर कुछ अच्छे शॉट लगाये लेकिन ज्यादा देर टिक नहीं सके. पाथुम निसंका (आठ) को रऊफ ने पवेलियन भेजा जबकि धनुष्का गुणतिलका (एक) उनकी बेहतरीन आउटस्विंगर का शिकार हुए. रऊफ और नसीम दोनों ने पिच से मिल रही मदद का पूरा फायदा उठाकर पावरप्ले में श्रीलंकाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी लेकिन इसके बाद राजपक्षा ने संकटमोचन की भूमिका निभाते हुए अपने करियर का बेहतरीन अर्धशतक लगाया.
राजपक्षा ने 45 गेंद में छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 71 और वानिंदु हसरंगा ने 21 गेंद में 36 रन बनाये. दोनों ने 58 रन की ताबड़तोड़ साझेदारी की जबकि एक समय पर श्रीलंका का स्कोर पांच विकेट पर 58 रन था. चामिका करुणारत्ने के साथ राजपक्षा ने 54 रन जोड़े और श्रीलंका को 160 के पार ले गए. आखिरी ओवर्स में पाकिस्तान की हल्की फील्डिंग से भी उन्हें मदद मिली.