Pakistan Cricket Board Central Contract Issue: पाकिस्तान एशिया कप की मेजबानी करने जा रहा है लेकिन उसके खिलाड़ियों का बोर्ड के साथ कॉन्ट्रेक्ट का मसला अभी तक अनसुलझा है. कई मसलों पर खिलाड़ियों और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के बीच समझौता नहीं हो पाया है. इस वजह से सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट के जारी होने मे देरी हो रही है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने लिखा है कि शाहीन अफरीदी (Shaheen Afridi) ने यूएई की इंटरनेशनल लीग टी20 के लिए एनओसी नहीं मिलने पर कॉन्ट्रेक्ट साइन करने से मना तक कर दिया था. उनकी मांग पर बोर्ड को झुकना पड़ा. शाहीन अब यूएई की टी20 लीग का हिस्सा बनने जा रहे हैं.
पीटीआई ने लिखा है, 'शाहीन बोर्ड के एनओसी देने से मना करने पर इतना झुंझला गया था कि उसने कह दिया था कि वह बोर्ड का कॉन्ट्रेक्ट लेने के बजाए फ्रीलांसर के तौर पर खेल लेगा. इसके बाद दूसरे खिलाड़ियों के साथ भी इस तरह की स्थिति से बचने के लिए पीसीबी ने एनओसी देने का फैसला किया था.' आईएलटी20 2023 से ही शुरू हुई है और इसका आयोजन जनवरी-फरवरी में होता है. इस लीग में शाहीन ने डेजर्ट वाइपर्स फ्रेंचाइज के साथ तीन साल का करार किया है. वे इस लीग में खेलने वाले पहले पाकिस्तानी होंगे. उन्हें कितने पैसे मिलेंगे यह खुलासा नहीं हुआ है लेकिन माना जाता है कि यह करार चार लाख अमेरिकी डॉलर यानी करीब 3.30 करोड़ रुपये का है.
अफगानिस्तान सीरीज से पहले हुई थी मनाने की कोशिश
कॉन्ट्रेक्ट को लेकर पीसीबी चेयरमैन जका अशरफ की क्रिकेट मैनेजमेंट कमिटी ने हाल ही में श्रीलंका का दौरा किया था. यहां पर अफगानिस्तान के खिलाफ तीन वनडे की सीरीज से पहले कमिटी के सदस्यों ने पाकिस्तानी टीम के खिलाड़ियों से बात की लेकिन कोई हल नहीं निकला. रिपोर्ट के अनुसार, 'सीनियर खिलाड़ी इस जिद पर अड़े थे कि उन्हें पीसीबी की आईसीसी से होने वाली सालाना कमाई से हिस्सा मिले. साथ ही वे अपनी तस्वीरों, क्लिप्स और साउंड बाइट्स की ऑनलाइन बिक्री में बड़ी भूमिका चाहते हैं.'
विज्ञापन साइन करने पर भी नहीं बन रही बात
खिलाड़ियों और बोर्ड के बीच विज्ञापन सौदों को लेकर भी तनातनी है. खिलाड़ी चाहते हैं कि उन्हें एंडॉर्समेंट डील में आजादी मिले. सूत्र के हवाले से कहा गया है, 'बोर्ड ने मासिक तनख्वाह और मैच फीस में बड़ा इजाफा करने का वादा किया है लेकिन खिलाड़ी आईसीसी से होने वाली कमाई में हिस्सेदारी पर अड़े हुए हैं. समस्या यह है कि खिलाड़ी अपनी कमाई को लेकर जागरूक हो गए हैं इसके चलते बोर्ड को उन्हें हर साल दो विदेशी टी20 लीग में खेलने की इजाजत देनी पड़ी है.'
पाकिस्तान बोर्ड एक रास्ता निकालना चाहता है जिसके जरिए एशिया कप से पहले या इस दौरान कॉन्ट्रेक्ट साइन कराए जा सकें. सूत्र के अनुसार, 'बोर्ड के लिए समस्या यह है कि अगर कोई बड़ा खिलाड़ी फ्रीलांस हो जाता है तो पीसीबी का उस पर जोर नहीं होगा. वह कहीं पर भी खेल सकता है.'
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