पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया (Pakistan and Australia) के बीच चल रही टेस्ट सीरीज की पिच पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं जिसको लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) फजीहत का सामना कर रहा है. कई पूर्व क्रिकेटर्स पहले टेस्ट और दूसरे टेस्ट की पिच को बकवास बता चुके हैं. वहीं कई पीसीबी के अध्यक्ष रमीज राजा (Ramiz Raja) पर भी सवाल उठा रहे हैं. रावलपिंडी की पिच पर खेला गया पहला टेस्ट ड्रॉ निकला, जहां पाकिस्तान ने 400 से ज्यादा रन बनाए थे वहीं दूसरे टेस्ट यानी की कराची टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 500 से ज्यादा रन बनाए हैं. इस तरह से सीरीज की ये पिच सिर्फ बल्लेबाजों की ही मदद कर रही है.
रिजल्ट मिलने वाली पिच बनाओ
सोमवार को एक इवेंट में अकरम ने कहा कि, मैं शायद ही दोनों मैच देख पा रहा हूं. मुझे पहली दो गेंदें देखकर ही पता चल गया था कि ये टेस्ट मैच ड्रॉ होने वाला है. अकरम ने आगे कहा कि, हमारे समय में ये काफी निर्भर करता था कि कप्तान क्या चाहता है. इन दो टेस्ट मैचों को मैं देखना चाहता था लेकिन मैंने नहीं देखा. जब इमरान खान हमारी टीम के कप्तान हुआ करते थे और जब वेस्टइंडीज की टीम पाकिस्तान आती थी तब हम धीमी पिच बनाया करते थे. अकरम ने कहा कि, पिचों को इस तरह से बनाना चाहिए जिससे स्पिन में भी मदद मिले. हम धीमी पिच बनाते थे तो हमें नतीजे मिलते थे.
पिच बनाने वाले पर उठाए सवाल
अकरम ने कहा कि, धीमी पिच बनाने का भी एक तरीका होता है. अगर आप ऐसा करना चाहते हैं तो आपको बीच में कम रोल करना होता है और फ्रंट फुट को थोड़ा ड्राई रखना होता है. इससे पहले दिन से ही गेंद घूमनी शुरू हो जाती है. अगर आप धीमी पिच बनवाना चाहते हैं तो आपको टर्न रखना होगा जिससे रिजल्ट आ सके. जो भी पिच बना रहा है वो काफी बोरिंग है.

