भारतीय महिला क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों आखिरी टी20 मुकाबले में 54 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी. 197 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम दीप्ति शर्मा की 53 रन की अर्धशतकीय पारी के बावजूद 142 रन पर सिमट गई. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से हीदर ग्राहम ने हैट्रिक समेत चार विकेट चटकाए और भारत को लक्ष्य के पास तक नहीं पहुंचने दिया. ऑस्ट्रेलिया ने एश्ले गार्डनर (66) और ग्रेस हैरिस (64) की नाबाद पारियों के बूते चार विकेट पर 196 रन का स्कोर खड़ा किया. भारत ने सात गेंदबाज आजमाए लेकिन कोई रनों के बहाव को नहीं रोक पाया. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने 4-1 से सीरीज अपने नाम कर ली. भारत ने सीरीज का दूसरा मैच जीता था लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने बाकी बचे मुकाबले जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली.
टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही. लगातार रन बना रही बेथ मूनी दो रन बनाने के बाद अंजलि सरवणी की गेंद पर बोल्ड हो गई. फीब लिचफील्ड ने एक चौके से 11 रन बनाए लेकिन दीप्ति शर्मा की गेंद पर बाहर निकलकर खेलने की कोशिश में वह स्टंप हो गई. इस तरह 17 रन पर ओपनिंग जोड़ी ड्रेसिंग रूम में थी. कप्तान ताहलिया मैक्ग्रा ने दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 26 रन बनाए लेकिन शेफाली की गेंद पर बाहर निकलने की कोशिश में स्टंप हो गई. पिछले दो मैचों में अर्दशतक लगाने वाली एलिस पैरी अच्छे रंग में दिख रही थी. उन्होंने चौके से खाता खोला लेकिन देविका वैद्य ने उन्हें हरलीन के हाथों कैच कराकर भारत को बड़ी सफलता दिलाई. पैरी ने 14 गेंद में 18 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया ने 10वें ओवर में 67 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे.
10 ओवर के बाद पलटा खेल
पहले 10 ओवर तक भारतीय गेंदबाजों का दबदबा दिखा लेकिन इसके बाद पांचवें और छठे नंबर की बल्लेबाज गार्डनर व हैरिस ने मैच पलट दिया. दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 129 रन की अटूट साझेदारी की. इससे ऑस्ट्रेलिया 196 रन तक पहुंचा जो कि भारत का उसके खिलाफ सर्वोच्च स्कोर है. गार्डनर ने 32 गेंद में 11 चौकों और एक छक्के से 66 तो हैरिस ने 35 गेंद में छह चौकों और चार छक्कोंसे 64 रन बनाए.
भारत ने फील्डिंग में काफी गलतियां कीं. कम से कम दो ओवरथ्रो रहे जिन पर चौके गए. एक बार कीपर ऋचा सही से गेंद को कलेक्ट नहीं कर पाई और गेंद पर चौका चला गया. पारी की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज के पैड्स पर लगकर गेंद की दिशा बदली और वह बाउंड्री पार गई. भारत को यह रन आगे काफी महंगे पड़े.
भारत की पारी का हाल
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने स्मृति मांधना (चार) को पारी की चौथी ही गेंद पर गंवा दिया. शेफाली भी रंग में नहीं दिखी और 13 रन बनाने के बाद गार्डनर का शिकार बन गईं. हरलीन देओल को प्रमोशन मिला और वह नंबर तीन पर खेलने आईं. उन्होंने चार चौके और एक छक्के की मदद से तेजी से रन जुटाए लेकिन रनआउट होने से उनकी पारी 24 रन पर ही ठहर गई. कप्तान हरमनप्रीत कौर 12 रन बनाने के बाद एनाबेल सदरलैंड की गेंद पर विकेटों के सामने पाई गईं. ऋचा घोष की पारी का अंत बाउंड्री पर हीदर ग्राहम के एक जबरदस्त कैच के चलते हुआ.
देविका वैद्य (11) और राधा यादव (0) कुछ खास नहीं कर सकीं. इससे भारत का स्कोर सात विकेट पर 88 रन हो गया. दीप्ति शर्मा ने आखिरी ओवर्स में 34 गेंदों में आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 53 रन बनाए लेकिन यह रन जीत के लिए काफी नहीं थी. इस बीच ग्राहम ने देविका, राधा और रेणुका सिंह को आउट कर हैट्रिक बनाई. उन्होंने दो विकेट पारी के 13वें ओवर की आखिरी दो गेंद पर लिए तो तीसरा विकेट 20वें ओवर की पहली गेंद पर चटकाया.