भारतीय बल्लेबाजों ने कानपुर टेस्ट की पहली पारी में ऐसी तूफानी बल्लेबाजी की जिसे देख बैजबॉल की भी हवा निकल गई. टीम इंडिया ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज 50, 100, 150, 200 और 250 रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया. भारत की ये बल्लेबाजी देख बांग्लादेशी गेंदबाज मेहदी हसन मिराज भी हैरान रह गए. मेहदी हसन मिराज ने कहा कि भारत कानपुर टेस्ट के चौथे दिन पॉजिटिव सोच के साथ उतरा. पहली पारी में बांग्लादेश को 233 रनों पर समेटने के बाद भारतीय बल्लेबाजों ने विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी. उनके सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने मंच तैयार किया, जिसके बाद विराट कोहली, केएल राहुल और अन्य ने जिम्मेदारी संभाली.
भारत ने 34.4 ओवर में नौ विकेट पर 285 रन बनाकर पारी घोषित करते हुए 52 रनों की बढ़त हासिल की. चार विकेट चटकाने वाले और 300 अंतरराष्ट्रीय विकेट पूरे करने वाले मेहदी ने घरेलू टीम को शुरुआत से ही आक्रामक स्ट्रोक-प्ले के उन्हें इसका श्रेय दिया.
भारत ने खतरनाक बल्लेबाजी की (SUB HEAD)
मेहदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, "टेस्ट क्रिकेट में, हम अलग-अलग चीजें देखते हैं और आज, यह एक टी20 की तरह था. भारत जीतने की योजना और मानसिकता के साथ उतरा, जिस तरह से उन्होंने ऊपर से नीचे तक रन बनाए. हमने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन श्रेय उन्हें जाता है और वे अनुभवी और विश्व स्तरीय खिलाड़ियों वाली एक टॉप टीम भी हैं.''
मेहदी ने मोमिनुल हक के नाबाद 107 रन की भी तारीफ की और कहा कि, बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को अन्य बल्लेबाजों से पर्याप्त समर्थन नहीं मिला. मेहदी ने कहा, "मोमिनुल भाई ने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन हम उन्हें पर्याप्त समर्थन नहीं दे सके. अगर हमने उनका समर्थन किया होता, तो मैच अलग हो सकता था." मेहदी, जिन्होंने पहली पारी में 20 महत्वपूर्ण रन भी बनाए, उन्होंने कहा कि बांग्लादेश अपनी दूसरी पारी में "जितना संभव हो सके" बल्लेबाजी करके मैच बचाने की कोशिश करेगा. मेहदी ने कहा, "हम ऐसी स्थिति में हैं कि हमें अपनी सुरक्षा के बारे में सोचना होगा. हम लंबे समय तक बल्लेबाजी करने की कोशिश करेंगे, जिससे हमारी टीम को फायदा होगा." बता दें कि नजमुल हुसैन शांतो की अगुवाई वाली बांग्लादेश की टीम स्टंप्स तक 26 रन से पीछे थी और टीम के दूसरी पारी में 8 विकेट बचे थे.