भारतीय खिलाड़ियों ने बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैचों में पिछले कुछ सालों में कमाल के प्रदर्शन किए हैं . इसमें सबसे यादगार प्रदर्शन इरफान पठान का रहा है जिन्होंने अपनी आग उगलती गेंदों से बांग्लादेशी बल्लेबाजों को पूरी तरह पस्त कर दिया था. साल 2004 में इरफान सिर्फ 20 साल के थे और उस दौरान वो टेस्ट मैच में सबसे कम उम्र में 10 विकेट लेने वाले खिलाड़ी बने थे. 2004 के ढाका टेस्ट में इरफान पठान का प्रदर्शन उनके शानदार करियर के सबसे यादगार पलों में से एक रहा. इरफान ने इस मैच में 96 रन दिए थे और 11 विकेट लिए थे. इस तरह भारत की जीत में इस खिलाड़ी का अहम योगदान रहा था.
सबसे कम उम्र में चटकाए थे 10 विकेट
बता दें कि दिसंबर 2004 में आयोजित ढाका टेस्ट भारत के बांग्लादेश दौरे का हिस्सा था. पहली पारी में पठान ने बांग्लादेशी बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस कर दिया. उनकी स्विंग और सटीक लाइन लेंथ ने शुरुआत से ही बल्लेबाजों को परेशान किया और उन्होंने सिर्फ 45 रन देकर 5 विकेट चटकाए. गेंद को दोनों तरफ घुमाने की उनकी क्षमता पूरी तरह से देखने को मिली और बांग्लादेश की टीम उनकी घातक स्विंग गेंदों का सामना करने में संघर्ष करती रही. वे 184 रन पर आउट हो गए, जिससे भारत को मैच में मजबूत शुरुआत मिली.
दूसरी पारी में छाए पठान
पठान का दबदबा दूसरी पारी में भी जारी रहा. उनका आत्मविश्वास साफ झलक रहा था क्योंकि उन्होंने एक और मैच जीतने वाला प्रदर्शन किया. इस बार, उन्होंने 51 रन देकर 6 विकेट चटकाए जो एक बार फिर बांग्लादेश के बल्लेबाजों के लिए मुश्किल साबित हुआ. पठान की लगातार अच्छी लाइन- लेंथ और स्विंग गेंदबाजी ने उन्हें ऐसी सतह पर लगभग अजेय बना दिया, जो तेज गेंदबाजों के लिए ज्यादा मदद नहीं करती थी. इसका नतीजा ये रहा कि बांग्लादेश 202 रन पर ऑल आउट हो गया जिससे भारत को आसान जीत मिली. 11/96 के अपने मैच के आंकड़ों के साथ, पठान उस समय भारत के बाहर टेस्ट मैच में 10 या उससे अधिक विकेट लेने वाले केवल दूसरे भारतीय तेज गेंदबाज बन गए. उनके प्रदर्शन ने भारत को एक पारी और 140 रनों से जीतने में मदद की, जिससे मेजबानों पर उनका पूरा दबदबा दिखा.
दिलचस्प बात यह है कि पठान ने बांग्लादेश के खिलाफ केवल दो टेस्ट खेले और 18 विकेट लिए.
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