टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने एक बार फिर ये साबित कर दिया कि उनकी कप्तानी का कोई तोड़ नहीं है. रोहित की कप्तानी में भारत ने बांग्लादेश को 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से हरा दिया. भारतीय कप्तान ने भले ही 4 पारी में ज्यादा रन नहीं बनाए लेकिन उनकी कप्तानी ने कमाल कर दिया. कानपुर टेस्ट के दौरान रोहित चाहते थे कि वो बांग्लादेश की टीम को पहली पारी में 100 रन पर ढेर कर दें. हालांकि बारिश और खराब मौसम के चलते 8 सेशन बर्बाद हो गए. इसके बाद रोहित ने भारत की पहली पारी में चौके छक्के लगाने शुरू कर दिए.
बांग्लादेश की टीम रोहित एंड कंपनी के लिए सिर्फ विरोधी टीम ही नहीं थी बल्कि इस दौरान उनकी रेस समय के साथ भी थी. ऐसा इसलिए था क्योंकि रोहित बिल्कुल रिस्क नहीं लेना चाहते थे. भारतीय गेंदबाजों ने दूसरी पारी में कमाल का खेल दिखाया और 5वें दिन पूरी टीम को आउट कर दिया.
रोहित को आया मुशफिकुर पर गुस्सा
बांग्लादेश के पूर्व कप्तान मुशफिकुर रहीम बैटिंग कर रहे थे और काफी अच्छा खेल दिखा रहे थे. वो 11 नंबर के बल्लेबाज खालिद अहमद के साथ साझेदारी कर रहे थे. आर अश्विन और रवींद्र जडेजा गेंदबाजी कर रहे थे. तभी मुशफिकुर ने हमला बोलना शुरू कर दिया. मुशफिकुर दोनों स्पिनर्स को निशाना बना रहे थे. वो 5 गेंद खेल रहे थे और आखिरी गेंद पर सिंगल ले ले रहे थे. ये दो बार हुआ और रोहित गुस्सा हो गए.
अश्विन के अगले ओवर की आखिरी गेंद पर रोहित ने कहा, छक्का मारने दे उसको. रोहित ने गेंदबाज को साफ मैसेज दे दिया था. ऐसे में अश्विन ने कमाल की गेंद डाली और मुशफिकुर को सिंगल नहीं लेने दिया. अगले ओवर में जसप्रीत बुमराह ने अमहद को 5 गेंदें फेंकी लेकिन उन्हें आउट नहीं कर पाए. दाहिने हाथ के बल्लेबाज ने 5वीं गेंद पर सिंगल लिया और फिर मुशफिकुर स्ट्राइक पर आ गए. लंच से पहले ये आखिरी बॉल थी और तभी बुमराह ने धीमी गेंद डाल मुशफिकुर को आउट कर दिया.
भारत ने बांग्लादेश को 146 रन पर ढेर कर दिया. इस तरह टीम इंडिया को जीत के लिए 95 रन बनाने थे. भारत ने 17.2 ओवरों में ही लक्ष्य का पीछा कर टेस्ट मैच पर कब्जा जमा लिया.