लेग स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को तीन साल बाद भारतीय क्रिकेट टीम में जगह मिली और उन्होंने धमाकेदार अंदाज में वापसी की. बांग्लादेश के खिलाफ ग्वालियर में खेले गए पहले टी20 मुकाबले में उन्होंने 31 रन देकर तीन विकेट लिए. इससे टीम इंडिया ने मेहमान टीम को 127 रन के स्कोर पर समेट दिया. इसके जवाब में भारत ने 11.5 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया और सात विकेट की बड़ी जीत दर्ज की. चक्रवर्ती ने मुकाबले के बाद टीम इंडिया में वापसी और इस दौरान बाहर रहने के अनुभवों पर खुलकर बात की.
चक्रवर्ती को आईपीएल 2021 में शानदार खेल के बाद 2021 टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया था. उस टूर्नामेंट में उन्होंने तीन मैच खेले थे लेकिन एक भी विकेट उन्हें नहीं मिला. इसके बाद चक्रवर्ती को टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया. अब 2024 आईपीएल में उन्होंने गजब का खेल दिखाते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई. इसके चलते उन्हें दोबारा भारतीय टीम में शामिल किया गया. वापसी के बारे में चक्रवर्ती ने कहा, 'तीन साल बाद मौका मिला है. निश्चित रूप से यह मेरे लिए भावुक पल है और नीली जर्सी पहनकर अच्छा लग रहा. लग रहा है कि पुनर्जन्म हुआ है.'
चक्रवर्ती बोले- टीम इंडिया से बाहर होने पर खत्म मान लिया
चक्रवर्ती भारतीय टीम से बाहर थे लेकिन आईपीएल में वे केकेआर के अहम खिलाड़ी रहे. इस दौरान तमिलनाडु प्रीमियर लीग में भी वे लगातार खेल रहे थे. उन्होंने भारतीय टीम से बाहर रहने के सवाल पर कहा, 'काफी चुनौतियां रही. जब टीम इंडिया से बाहर था तब लोग आपको खत्म मान लेते हैं. लेकिन आपको अपना सबसे अच्छा खेल दिखाना होता है और टीम में जगह बनाने का दावा पेश करते रहना होता है. अच्छी बात है कि इस बार ऐसा हो गया.'
TNPL से चक्रवर्ती को मिली तैयारी में मदद
चक्रवर्ती ने ग्वालियर टी20 में अपनी दूसरी ही गेंद पर विकेट निकालने का मौका बना लिया था. लेकिन नीतीश कुमार रेड्डी गेंद को सही से जज नहीं कर पाए जिससे कैच पकड़ा नहीं जा सका. उनके पहले ओवर से 15 रन गए थे. लेकिन अगले तीन ओवर में उन्होंने जोरदार वापसी की और केवल 16 रन देकर तीन शिकार किए. उन्होंने बताया कि वे लगातार प्रोसेस पर टिके हुए थे. आईपीएल और TNPL में उन्होंने काफी मेहनत की. इस दौरान आर अश्विन ने उन्हें काफी मदद मिली. इस सीरीज के लिहाज से वहां काफी अच्छी तैयारी हुई.