बिग बैश लीग में 5 जनवरी को रनों की बारिश वाले मुकाबले में एडिलेड स्ट्राइकर्स ने होबार्ट हरिकेंस को सात विकेट से हरा दिया. कप्तान मैथ्यू शॉर्ट (100) के नाबाद शतक के बूते एडिलेड ने 230 रन का लक्ष्य केवल तीन विकेट खोकर तीन गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया. उन्होंने अपनी पारी में 59 गेंद का सामना किया और आठ चौके व तीन छक्के लगाए. विनिंग रन भी उन्होंने ही बनाए और चौके के साथ टीम को जीत दिलाने के साथ ही अपना पहला टी20 शतक भी पूरा किया. इसके साथ ही बिग बैश लीग इतिहास में सबसे बड़ा रनों का लक्ष्य हासिल हुआ. उनके अलावा क्रिस लिन ने 64 रन की धमाकेदार पारी खेली. लिन ने 29 गेंद खेली और छह चौके व चार छक्के लगाए. होबार्ट ने बेन मेक्डरमॉट (57), केलेन जवेल (54) और जैक क्रॉली (54) के अर्धशतकों की मदद से चार विकेट पर 229 रन का स्कोर खड़ा किया था.
एडिलेड ओवल में खेले गए इस मुकाबले में कुल 459 रन बने और केवल सात विकेट गिरे. बल्लेबाजों की मददगार पिच पर बॉलर्स की खूब धुनाई हुई. दोनों टीमों ने मिलकर कुल 33 छक्के और 25 छक्के लगाए. राशिद खान और पेट्रिक डूली ही दो ऐसे गेंदबाज रहे जिनकी इकॉनमी सात से कम की रही. बाकी सबके ओवर्स में रन गए. एडिलेड की तरफ से वेस एगर सबसे महंगे बॉलर रहे जिनके दो ओवर में ही 39 रन लूटे गए. वहीं होबार्ट की तरफ से फहीम अशरफ की काफी पिटाई हुई. उन्होंने 3.3 ओवर में 61 रन लुटाए.
एडिलेड ने दूसरे ही ओवर में खोया विकेट
जब एडिलेड ने बैटिंग की शुरुआत की थी तब होबार्ट जीत का दावेदार था क्योंकि बीबीएल के इतिहास में पहले कभी 230 रन पीछा करते हुए हासिल नहीं हुए थे. ओपनर रायन गिब्सन (5) के दूसरे ही ओवर में आउट होने के बाद दबाव बढ़ गया. लेकिन शॉर्ट और लिन ने दूसरे विकेट के लिए 126 रन की तूफानी साझेदारी की और एडिलेड को मुकाबले में ला दिया. लिन 12वें ओवर में आउट हुए. उनके जाने के बाद एडम हॉज ने 22 गेंद में एक चौके व चार छक्के की मदद से तेजी से 38 रन जुटाए.
आखिरी पांच ओवर में जीत के लिए 67 रन चाहिए थे. राइली मेरेडिथ ने 16वें ओवर में केवल नौ रन दिए. मगर 17वें ओवर में अशरफ ने 22 रन लुटा दिए इससे एडिलेड मुकाबले में करीब आ गया. 18वां ओवर टिम डेविड ने फेंका और 11 रन दिए व एक विकेट चटकाया. आखिरी दो ओवर में 25 रन की दरकार थी. नैथन एलिस के फेंके 19वें ओवर से 13 रन मिले. आखिरी ओवर के लिए गेंद फिर से अशरफ के पास थी. उन्होंने नो बॉल से शुरुआत की और फिर लगातार दो चौके लगने से मैच खत्म हो गया.