पर्थ स्कॉर्चर्स 5वीं बार बना Big Bash league विजेता, फाइनल में टूटा ब्रिस्बेन हीट का सपना

पर्थ स्कॉर्चर्स 5वीं बार बना Big Bash league विजेता, फाइनल में टूटा ब्रिस्बेन हीट का सपना

पर्थ स्कॉर्चर्स ने बिग बैश लीग 2022-23 का खिताब जीत लिया है. उसने फाइनल में ब्रिस्बेन हीट को तीन गेंद बाकी रहते पांच विकेट से पटखनी दी और रिकॉर्ड पांचवीं बार खिताब अपने नाम किया. उसे जीत के लिए 176 रन का लक्ष्य मिला था जिसे उसने कप्तान एश्टन टर्नर (53) के अर्धशतक के बूते मैच अपने नाम कर लिया. इससे पहले ब्रिस्बेन हीट ने नैथन मैक्स्वीनी (41), सैम हेजलेट (34) और मैक्स ब्रायंट (31) की पारियों के बूते सात विकेट पर 175 रन का स्कोर खड़ा किया. दूसरी बार चैंपियन बनने के लिए हीट के गेंदबाजों को यह लक्ष्य बचाना था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. 

पर्थ डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर टूर्नामेंट में उतरा था और इसी प्रतिष्ठा के दम पर पूरी प्रतियोगिता में खेल दिखाया. उसने ग्रुप स्टेज में 14 में से 11 मैच जीते थे और सबसे ऊपर जगह बनाई थी. उसने दूसरी बार लगातार दूसरा बिग बैश लीग खिताब जीता है. इससे पहले इस टीम ने साल 2013-14, 2014-15, 2016-17 और 2021-22 में खिताब अपने नाम किया था.

3 ओवर में बनाए 38 रन

 

 

हीट के टॉप ऑर्डर की धीमी बैटिंग
 मैच की बात की जाए तो हीट ने पहले बैटिंग की. उसके बल्लेबाजों ने चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया लेकिन टॉप ऑर्डर ने धीमी गति से रन जुटाए. हेजलेट ने 34 रन के लिए 30 गेंद खेली जबकि मैक्स्वीनी ने 41 रन बनाने के लिए 37 गेंदों का सामना किया. अगर इन्होंने तेजी से रन जोड़े होते तो स्कोर बड़ा हो सकता था. लॉअर मिडिल ऑर्डर में सैम हेन ने 16 गेंद में 21 और मैक्स ब्रायंट ने 14 गेंद में दो चौकों व तीन छक्कों से 31 रन बनाकर टीम को 175 तक पहुंचाया. स्कॉर्चर्स की बॉलिंग की बात करें तो जेसन बेहरनडॉर्फ और मैथ्यू कैली ने दो-दो विकेट लिए.

 

टर्नर की कप्तानी पारी

लक्ष्य का पीछा करते हुए पर्थ का टॉप ऑर्डर भी रनों के लिए जूझता दिखा. स्टीफन एस्कीनाजी (19 गेंद 21), कैमरन बेनक्रॉफ्ट (13 गेंद 15), एरॉन हार्डी( 13 गेंद 17) और जॉश इंगलिस (22 गेंद 26) को रन जुटाने के लिए जूझना पड़ा. कप्तान टर्नर ने ऐसे समय में 32 गेंद में पांच चौकों व दो छक्कों से तेजी से 53 रन की पारी खेली. लेकिन हॉब्सन के साथ गलतफहमी के चलते वे 17वें ओवर की आखिरी गेंद पर रन आउट हो गए. लेकिन कॉनोली ने 18वें ओवर में दो छक्के व एक चौके से 18 रन बटोरकर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया. 19वें ओवर में केवल 10 रन आए लेकिन कॉनोली का कैच छोड़ दिया गया. इसका पर्थ ने पूरा फायदा लिया और आखिरी ओवर में मैच अपने नाम लिख लिया.