पाकिस्तान और यूएई की मेजबानी में अगले महीने चैंपियंस ट्रॉफी खेली जानी है. इससे पहले अफगानिस्तान के वर्ल्ड कप हीरो ने अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेकर हर किसी को चौंका दिया है. अफगानिस्तान के तेज गेंदबाज शपूर जादरान ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. उन्होंने 37 की उम्र में अपने 10 साल के शानदार इंटरनेशनल करियर पर ब्रेक लगाने का फैसला किया. बाएं हाथ के गेंदबाज जादरान अफगानिस्तान क्रिकेट के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले खिलाड़ी रहे हैं. उन्होंने साल 2009 में नेदरलैंड्स के खिलाफ मुकाबले से इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था. उन्होंने अफगानिस्तान के लिए अपना आखिरी मैच मार्च 2020 में आयरलैंड के खिलाफ खेला था.
जादरान ने सोशल मीडिया पर अपने संंन्यास की जानकारी देते हुए लिखा-
आज वह दिन है जिसका मैं कभी सामना नहीं करना चाहता था, लेकिन आखिरकार यह हर खिलाड़ी के लिए आता है. 22 साल की सेवा, त्याग और क्रिकेट को लेकर प्यार के बाद मैं आधिकारिक तौर पर इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करता हूं. यह मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल फैसला रहा है, क्योंकि क्रिकेट मेरे लिए एक खेल से कहीं बढ़कर है.यह मेरा जुनून और पहचान रहा है.
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा-
अफगानिस्तान में क्रिकेट के विकास में अहम भूमिका निभाने वाले अफगानिस्तान के लंबे कद के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज शपूर जादरान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है. उन्होंने अफगानिस्तान के लिए 80 मैच खेले हैं और उनके नाम इतने ही इंटरनेशनल विकेट हैं. जादरान ने 2009 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था और आज दोपहर संन्यास की घोषणा करने से पहले उन्होंने 2020 में अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था. एसीबी अफगानिस्तान क्रिकेट के विकास में योगदान देने के लिए शापूर जादरान को धन्यवाद देता है और भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता है.
जादरान के नाम कमाल के रिकॉर्ड
जादरान दुनिया के उन चार गेंदबाजों में से एक हैं, जिन्होंने टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास में पहली गेंद पर विकेट लेने का कमाल किया है. टी20 वर्ल्ड कप 2014 में जादरान ने हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ ये उपलब्धि हासिल की थी. अफगानिस्तान टीम के क्रिकेट सफर के शुरुआती दौर में एक अहम खिलाड़ी रहे जादरान ने टी-20 विश्व कप खेले हैं और 2015 में आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में टीम की पहली जीत के हीरो रहे थे. उन्होंने डुनेडिन में स्कॉटलैंड के खिलाफ विजयी रन बनाए थे. ये वर्ल्ड कप इतिहास में अफगानिस्तान की पहली जीत थी. हालांकि 2020 में ग्रेटर नोएडा में आयरलैंड के खिलाफ खेलने के बाद से वह कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेल पा, जिसके बाद अब उन्होंने संन्यास का फैसला लिया.
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