Champions Trophy: किस देश में खेली गई थी पहली चैंपियंस ट्रॉफी,किसके सिर सजा जीत का ताज? जानें टूर्नामेंट के पहले एडिशन की हर खास बात

 Champions Trophy: किस देश में खेली गई थी पहली चैंपियंस ट्रॉफी,किसके सिर सजा जीत का ताज? जानें टूर्नामेंट के पहले एडिशन की हर खास बात
चैंपियंस ट्रॉफी 1998 से पहले संसद भवन के सामने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे की टीम

Highlights:

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 टूर्नामेंट का 9वां एडिशन है.

पहले टूर्नामेंट का नाम आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी था.

बांग्‍लादेश में खेला गया था पहला टूर्नामेंट.

चैंपियंस ट्रॉफी की करीब 8 साल बाद वापसी हो रही है. 19 फरवरी से 9 मार्च के बीच पाकिस्‍तान और यूएई  की मेजबानी में टूर्नामेंट खेला  जाएगा. ये इस टूर्नामेंट का 9वां एडिशन है. पिछला एडिशन साल 2017 में खेला गया था. भारत और ऑस्‍ट्रेलिया ने सबसे ज्‍यादा दो दो बार ये खिताब अपने नाम किया. गैर टेस्ट देशों की मदद के इरादे से शुरू हुए इस टूर्नामेंट का पहला एडिशन साल 1998 में खेला गया था. पहले आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी के नाम से जानी जाने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के पहले एडिशन का मेजबान बांग्‍लादेश था और ये भी काफी दिलचस्‍प है कि मेजबान होने के बावजूद बांग्‍लादेश इस टूर्नामेंट में नहीं खेला था. टूर्नामेंट के पहले एडिशन में न्‍यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, इंग्‍लैंड, श्रीलंका, भारत, ऑस्‍ट्रेलिया, वेस्‍टइंडीज और पाकिस्‍तान की टीम ने हिस्‍सा लिया.

मेजबान होने के बावजूद क्‍यों नहीं खेला बांग्‍लादेश?


दरअसल टूर्नामेंट को सीधे नॉक-आउट फॉर्मेट  में आयोजित किया गया था और इसमें उस समय के सभी टेस्ट खेलने वाले देश शामिल थे और बांग्‍लादेश को साल 2000 में आईसीसी की फुल सदस्‍यता हासिल  की. यानी चैंपियंस ट्रॉफी के पहला एडिशन होने के दो साल बाद बांग्‍लादेश को टेस्‍ट स्‍टेट्स मिलना. पहले एडिशन के लिए 9 देश एलिजिबल थे, जिसका मतलब था कि 2 देशों को अंतिम 8 टीमें फाइनल करने के लिए क्वालीफायर नॉकआउट खेलना पड़ा.यह ऐलान किया कि 9 टीमों को 1996 क्रिकेट वर्ल्‍ड कप की वरीयता के अनुसार रैंक दी जाएगी. हालांकि आखिर में जो ड्रॉ जारी किया गया, वह कुछ बड़ी टीमों के पक्ष में था और मुख्य ड्रॉ के लिए क्वालीफाई करने के लिए न्यूजीलैंड को जिम्बाब्वे का सामना करना पड़ा, जिसमें कीवी टीम ने जीत दर्ज करके क्‍वार्टर फाइनल में जगह बनाई. 

साउथ अफ्रीका के नाम पहला खिताब

24 अक्‍टूबर से एक नवंबर 1998 के बीच खेले गए इस टूर्नामेंट के क्‍वार्टर फाइनल में साउथ अफ्रीका ने इंग्‍लैंड, श्रीलंका ने न्‍यूजीलैंड, भारत ने ऑस्‍ट्रेलिया और वेस्‍टइंडीज  ने पाकिस्‍तान को हराकर सेमीफाइनल में एंट्री की थी, जहां साउथ अफ्रीका ने श्रीलंका को और वेस्‍टइंडीज ने भारत को हराकर पहले खिताबी मुकाबले में जगह बनाई. साउथ अफ्रीका के लिए यह ऐतिहासिक पल था, क्‍योंकि टीम पहली बार किसी आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी. इसके बाद साउथ अफ्रीका ने इस पल को ऐतिहासिक जीत के साथ और यादगार बना दिया. ढाका के नेशनल स्‍टेडियम में साउथ अफ्रीका और वेस्‍टइंडीज की टीम आमने सामने हुई थी. पहले बैटिंग करते हुए कैरेबियाई टीम 49.3 ओवर में 245 रन पर ऑलआउट हो  गई. साउथ अफ्रीका ने 47ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 248 रन बनाकर चार विकेट से फाइनल जीत लिया. जैक कैलिस फाइनल के प्‍लेयर ऑफ द  मैच और प्‍लेयर ऑफ द सीरीज रहे थे. फाइनल में उन्‍होंने 51 गेंदों में 37 रन बनाए और 30 रन देकर पांच विकेट लिए थे. वहीं पूरे टूर्नामेंट में उन्‍होंने 164 रन बनाए थे और 8 विकेट लिए थे.

भारत के नाम सबसे बड़ा स्‍कोर


चैंपियंस ट्रॉफी के पहले एडिशन में सबसे बड़ा स्‍कोर टीम इंडिया ने बनाया था. भारत ने ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ 8 विकेट पर 307 रन बनाए थे.सबसे ज्‍यादा रन  वेस्‍टइंडीज के फिलो वालेस के बल्‍ले से निकले थे. तीन मैचों में उन्‍होंने 221 रन बनाए थे, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक था. जबकि 141 रनों की सबसे बड़ी पारी सचिन तेंदुलकर ने खेली थी. उन्‍होंने ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ कमाल किया था.

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