कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व कप्तान नीतीश राणा ने टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर को सपोर्ट किया है. राणा ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने मनोज तिवारी के बयान पर गंभीर का बचाव किया है. बता दें कि गौतम गंभीर की कप्तानी में ही टीम इंडिया ने साल 2012 और 2014 में आईपीएल ट्रॉफी का खिताब जीता था. तिवारी ने न्यूज18 बांग्ला के साथ बातचीत में गौतम गंभीर पर हमला बोला और और उन्हें झूठा बताया. उन्होंने कहा कि केकेआर की सफलता का पूरा श्रेय गौतम गंभीर को गया न की दूसरे खिलाड़ियों को.
जबकि नीतीश राणा ने अपने ट्वीट में मनोज तिवारी का नाम नहीं लिया और कहा कि, आलोचना हमेशा तथ्य पर होनी चाहिए न की पर्सनल दुश्मनी पर. गौती भैया सबसे नि:स्वार्थ खिलाड़ी है जिनसे मैं मिला हूं. जब किसी खिलाड़ी को जरूरत पड़ी है तो उन्होंने साथ दिया है. प्रदर्शन के लिए पीआर की जरूरत नहीं है. ट्रॉफी सबकुछ बोलती है.
राणा ने गंभीर के साथ कोलकाता नाइट राइडर्स में रहते हुए काम किया. इसके अलावा दिल्ली को डोमेस्टिक क्रिकेट टीम में भी राणा और गंभीर ने एक दूसरे संग काम किया है. साल 2024 आईपीएल सीजन में राणा टीम के साथ थे, जबकि गंभीर ने मेंटोर रहते हुए टीम को चैंपियन बना दिया.
क्या था मनोज तिवारी का बयान
बता दें कि मनोज तिवारी वही खिलाड़ी है जो साल 2012 में केकेआर की विजेता टीम का हिस्सा थे. इस दौरान टीम के कप्तान गौतम गंभीर थे. ऐसे में तिवारी ने कहा कि, अकेले गंभीर की बदौलत ही केकेआर ने टाइटल नहीं जीता था. जैक कैलिस, सुनील नरेन और मैंने भी अपना योगदान दिया था. लेकिन अंत में क्रेडिट किसे मिला.
बता दें कि गौतम गंभीर फिलहाल टीम इंडिया के हेड कोच के तौर पर काम कर रहे हैं. गंभीर का अगला टास्क इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज है. ऐसे में ये देखना होगा कि टीम इंडिया वापसी कर पाती है या नहीं.
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