डिफेंडिंग चैंपियन और मेजबान पाकिस्तान चैंपिंयस ट्रॉफी से बाहर हो गया है. ग्रुप स्टेज में न्यूजीलैंड और फिर भारत के हाथों लगातार दो हार से पाकिस्तान का इस सफर इस टूर्नामेंट में जल्दी खत्म हो गया है. पाकिस्तान टीम की अब जमकर आलोचना हो रही है. मोहम्मद रिजवान भी काफी ट्रोल हो रहे हैं. पाकिस्तान महिला टीम की पूर्व कप्तान सना मीर का तो मानना है कि पाकिस्तान की किस्मत टूर्नामेंट शुरू होने से पहले उस समय ही तय हो गई थी, जब उन्होंने अपनी टीम की घोषणा की थी.
PTV Sports से बात करते हुए सना मीर ने कहा-
भारत के खिलाफ जब हम मैच देख रहे थे तो मुझे एक दोस्त का मैसेज आया. 100 रन पर जब दूसरा विकेट गिरा, तो दोस्त ने कहा कि मुझे लगता है कि खत्म हो गया. मैंने दोस्त को कहा, नहीं, खत्म तो तभी हो गया था, जब स्क्वॉड का ऐलान हुआ था. हम आधे से ज्यादा टूर्नामेंट तब ही हार गए थे, जब 15 प्लेयर्स को चुना.
सना मीर का कहना है कि इस टीम के साथ तो महानत कप्तान भी कुछ नहीं कर पाते. उन्होंने कहा-
आप एमएस धोनी या यूनुस खान को कप्तान बना सकते हैं. उनमें से कोई भी इस टीम के साथ कुछ नहीं कर सकता. यह हमारी परिस्थितियों के अनुकूल नहीं है. जैसा कि हफीज भाई ने कहा, एक मैच दुबई में होना ही था तो हम सिर्फ दो पार्ट-टाइम स्पिनरों के साथ कैसे उतरे? अबरार अभी भी वनडे में नए हैं और उन्होंने पिछले पांच महीनों में सिर्फ दो विकेट लिए हैं.
सना मीर ने चयन प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा-
हम इरादे की बात करते हैं और वह लड़का इरादे से खेलता है, लेकिन आप उसे वेस्टइंडीज के मैचों में फ्लॉप होने के बाद बाहर कर देते हैं. जब चयन औसत के आधार पर होता है तो उसके पास खुलकर खेलने का क्या प्रोत्साहन है?
पाकिस्तान की टीम के चयन में आखिरी समय में काफी अनिश्चितता देखने को मिली. चोट के कारण सईम अयूब बाहर हो गए और फखर जमां भी चोट की वजह से पहले मैच के बाद बाहर हो गए. शाहीन अफरीदी, नसीम शाह और हारिस राउफ की तेज गेंदबाजी आक्रमण कमजोर दिखी, जबकि पार्ट-टाइम स्पिनरों पर भरोसा करने का पाकिस्तान का फैसला उलटा पड़ गया. पाकिस्तान को अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड के हाथों 60 रन और दूसरे मैच में भारत के हाथों छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा था.
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