मोहम्मद शमी ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में टीम इंडिया के पहले मुकाबले में कमाल कर दिया. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 10 ओवर में 53 रन देकर तीन विकेट लिए और भारत की छह विकेट से जीत में बड़ा योगदान दिया. 2023 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल के बाद ये शमी का आईसीसी इवेंट में पहला मैच था. दरअसल चोट के कारण वह वर्ल्ड कप फाइनल के बाद से ही क्रिकेट मैदान से दूर थे. करीब 14 महीने मैदान से दूर रहने के बाद उन्होंने बीते दिनों इंग्लैंड के खिलाफ व्हाइट बॉल सीरीज में टीम इंडिया में वापसी की और अब आईसीसी इवेंट में कमाल कर दिया. बांग्लादेश के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के बाद शमी से प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल छलनी कर देने वाला सवाल पूछा गया. उनके चार साल पुराने जख्मों को कुरेदा गया, जिसका जवाब भारतीय स्टार ने बहुत ही समझदारी से दिया.
किसी पर उसके धर्म के आधार पर हमला करना सबसे दयनीय बात है जो एक इंसान कर सकता है.
शमी के कुरेदे जख्म
बांग्लादेश के खिलाफ जीत के बाद शमी से पूछा गया कि चार साल पहले दुबई उन पर इतना मेहरबान नहीं था. उनकी काफी आलोचना हुई थी. कप्तान को आकर बचाव करना पड़ा था. उन दौर से अब पांच विकेट को वह कैसे देखते हैं. इस सवाल को सुनकर भारतीय स्टार मुस्कुराने लगे और कहा-
इसके बारे में इतना सोचना नहीं है. आजकल की सोशल मीडिया ऐसी हो गई है कि आप कुछ अनवांटेड चीजें भी बना लेते हैं. मेरे हिसाब से इस बारे में ज्यादा सोचना नहीं चाहिए. वह अतीत की बात है. खराब प्रदर्शन को लोग जरूर गिनाएंगे.आपके दिमाग में जरूर चुभाएंगे, मगर मुझे लगता है कि बतौर क्रिकेटर और खिलाड़ी आपको ज्यादा पीछे जाने की जरूरत नहीं है. आज में जीने की जरूरत है और अगले प्लान की जरूरत है.
2021 में यूएई में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप में भारत को पाकिस्तान के हाथों 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा था. जिसमें शमी खाली हाथ रहे थे. इसके बाद दुबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ भी वह खाली हाथ रहे. उन्हें अफगानिस्तान और स्कॉटलैंड के खिलाफ ही सफलता मिली थी. दोनों के खिलाफ उन्होंने तीन- तीन विकेट लिए थे.
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