पाकिस्तान का चैंपियंस ट्रॉफी 2025 अभियान बेहद खराब रहा. 29 साल में पहली बार आयोजित आईसीसी टूर्नामेंट में, टीम को ग्रुप स्टेज में सिर्फ 5 दिन में ही बाहर होना पड़ा. ऐसा तब हुआ जब उन्हें अपने पहले दो ग्रुप ए मैचों में न्यूजीलैंड और भारत से बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. रावलपिंडी में बांग्लादेश के खिलाफ उनका अंतिम मैच बिना एक भी गेंद फेंके धुल गया, और इसलिए वे चैंपियंस ट्रॉफी में एक भी अंक हासिल किए बिना तालिका में सबसे नीचे रहे. इस खराब प्रदर्शन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को भी निशाने पर ले लिया है.
पाकिस्तानी संसद तक पहुंची हार की गूंज
आईएएनएस के साथ बातचीत में, प्रधानमंत्री के राजनीतिक और सार्वजनिक मामलों के सहयोगी राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि शहबाज शरीफ चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में टीम के खराब प्रदर्शन पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देंगे. वास्तव में, वे प्रधानमंत्री से संसद में क्रिकेट से जुड़े इन मुद्दों को उठाने के लिए भी कहेंगे.
सनाउल्लाह ने कहा, "प्रधानमंत्री व्यक्तिगत रूप से इस पर ध्यान देंगे और हम उनसे क्रिकेट से जुड़े इन मुद्दों को कैबिनेट और संसद में उठाने के लिए भी कहेंगे." पाकिस्तान के क्रिकेट विशेषज्ञों और पूर्व खिलाड़ियों ने कहा है कि जमीनी स्तर पर क्रिकेट की बनावट भी खराब हो गई है, जिससे देश में क्रिकेट का पतन हो रहा है. राणा सनाउल्लाह ने यह भी कहा कि पेशेवर स्तर पर खेल पर खर्च की गई राशि को जनता के सामने पेश किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, "कॉलेज और जिला स्तर पर खेल की स्थिति खराब है और पेशेवर स्तर पर खर्च की गई राशि को जनता के सामने पेश किया जाना चाहिए." क्रिकेट पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की हार के बाद टीम के प्रदर्शन की रिव्यू की घोषणा की है. इसमें बाबर आजम, शाहीन अफरीदी, हारिस रऊफ और नसीम शाह जैसे खिलाड़ियों के बाहर होने के साथ टीम में बड़े बदलाव शामिल हो सकते हैं. हालांकि मुख्य कोच आकिब जावेद ने कहा है कि वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की हार के बाद इस्तीफा नहीं देना चाहते हैं, लेकिन पीसीबी उन्हें उनके पद से हटा सकती है.
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