भारत और ऑस्ट्रेलिया (India and Australia) के बीच कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (CWG 2022) का क्रिकेट का फाइनल मुकाबला खेला गया जहां ऑस्ट्रेलिया ने अंत में गोल्ड मेडल पर कब्जा कर लिया. भारतीय टीम ने कड़ी टक्कर दी लेकिन लगातार विकेट गिरने के चलते टीम को अंत में मैच गंवाना पड़ा. लेकिन इन सबके बीच एक ऐसा विवाद भी सामने आए जो अब कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजकों को कटघरे में खड़ा कर रहा है. फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ताहलिया मैग्रा कोविड पॉजिटिव हो गईं थी लेकिन इसके बावजूद उन्हें फाइन में खेलने की इजाजत दी गई. जबकि एक हफ्ते पहले ही डिस्कस थ्रो में अनीश को कोरोना के चलते बाहर कर दिया गया था.
बता दें कि इस मामले में कॉमनवेल्थ गेम्स एसोसिएशन ने कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन से पुष्टि की थी. इसमें टीम और मैच ऑफिशियल्स भी शामिल थे. जिसके बाद मैग्रा को खेलने की परमिशन दी गई. ये सबकुछ ऑफिशियल क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपनी रिलीज में छापा है. लेकिन भारतीय कंटिजेंट के अब इस बयान ने बवाल खड़ा कर दिया है. क्योंकि एक हफ्ते पहले पैरा डिस्कस थ्रो इवेंट में बारत के अनीश कुमरा सुरेंद्रं पिल्ले को हिस्सा नहीं लेने दिया गया था. ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि इवेंट से ठीक पहले वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे.
अनीश खेलने वाले थे फाइनल
बता दें कि पिल्लै को F44 डिस्कस थ्रो फाइनल में हिस्सा लेना था. 31 साल के अनीश ने चार साल पहले पैरा एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. जब अनीश कोविड पॉजिटिव पाए गए थे तब अनीश CGF ने उन्हें इस इवेंट में हिस्सा लेने से मना कर दिया था. वहीं भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी नवजोत कौर को भी पॉजिटिव आने के बाद वापस भारत भेज दिया गया था. पीवी सिंधु को भी खेल गांव में एंट्री से मना कर दिया गया था जब उनका RT-PCR टेस्ट सही से नहीं किया गया था.
हरमनप्रीत का बयान
बता दें मैग्रा को भले ही खेलने का मौका मिला लेकिन वो कुछ खास नहीं कर पा पाईं. वो सिर्फ 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं थी. मैच के बाद भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने पोस्ट मैच के बाद कहा कि, उन्होंने हमें टॉस से पहले बताया था. ये कुछ ऐसा था जो हमारे कंट्रोल में नहीं था. CWG ने ये फैसला लिया और हमें इससे कोई दिक्कत नहीं. ताहलिया ज्यादा बीमार नहीं थीं इसलिए हमने खेलने का फैसला लिया. हमें यहां खेल भावना दिखानी थी. मुझे खुशी है कि हमने ताहलिया को न नहीं बोला.