बैडमिंटन में भारत ने गोल्ड मेडल की हैट्रिक लगाई है. पुरुष युगल में सात्विक साईराज रनकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने गोल्ड मेडल जीता. उन्होंने इंग्लैंड के बेन लेन और शॉन वेंडी की जोड़ी को 21-15, 21-13 से मात दी. पहली बार भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन गोल्ड मेडल जीते हैं. सात्विक-चिराग से पहले पीवी सिंधु ने महिला एकल और लक्ष्य सेन ने पुरुष एकल में गोल्ड हासिल किया. बेन लेन और शॉन वेंडी की जोड़ी को 21-15, 21-13 से मात दी. पहली बार भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन गोल्ड मेडल जीते हैं.
भारत ने बर्मिंघम खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण सहित छह पदक जीते. 8 अगस्त को तीन स्वर्ण से पहले पहले मिश्रित टीम के रजत पदक के अलावा किदांबी श्रीकांत ने पुरुष एकल जबकि त्रीशा जॉली और गायत्री गोपचंद की जोड़ी ने महिला युगल में कांस्य पदक जीते. सात्विक साईराज रनकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने पहली बार डबल्स में कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड जीता है. इससे पहले 2018 में हुए खेलों में दोनों ने मिक्स्ड टीम इवेंट का गोल्ड हासिल किया था.
सिंधु का भी स्वर्णिम अभियान
इससे पहले सिंधु ने मिचेल के खिलाफ 11 मैच में नौवीं जीत दर्ज की. सिंधु का राष्ट्रमंडल खेलों में यह तीसरा व्यक्तिगत पदक है. उन्होंने 2018 गोल्ड कोस्ट खेलों में भी रजत पदक जीता था. दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधु ने दुनिया की 13वें नंबर की कनाडा की मिचेल ली को 21-15, 21-13 से हराकर 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया. सिंधु ने 2014 में कांस्य पदक जीता था जबकि मिशेल स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं थी.