रोहन कुन्नुमल (Rohan Kunnummal Cenrtury) की दमदार शतकीय पारी से साउथ जोन (South Zone vs East Zone) की टीम ने ईस्ट जोन को हराकर जहां 21 साल बाद देवधर ट्रॉफी (Deodhar Trophy) पर कब्जा जमाया. वहीं उनकी टीम ने कुल 9वीं बार इस खिताब को अपने नाम कर डाला है. रोहन की 107 रनों की पारी से मयंक अग्रवाल की कप्तानी वाली टीम साउथ जोन ने पहले खेलते हुए 328 रन बनाए थे. इसके जवाब में रियान पराग ने ईस्ट जोन के लिए जरूर 95 रनों की पारी खेली लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके. ईस्ट जोन की टीम 283 रन ही बना सकी और उसे 45 रन से खिताबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा.
रोहन ने जड़ा दमदार शतक
पुडुचेरी के मैदान में साउथ ज़ोन ने फाइनल मुकाबले में ईस्ट जोन के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. इसका पूरा फायदा साउथ जोन के सलामी बल्लेबाज रोहन कुन्नुमल ने उठाया और मयंक अग्रवाल के साथ ओपनिंग में 181 रनों की दमदार साझेदारी निभा डाली. हालांकि तभी 75 गेंदों में 11 चौके और 4 छक्के से 107 रनों की दमदार शतकीय पारी खेलकर रोहन चलते बने. उत्कर्ष सिंह ने टीम को 25वें ओवर में पहला विकेट दिलाया.
328 रन साउथ जोन ने बनाए
रोहन के जाते ही मयंक 83 गेंदों में चार चौके से 63 रन ही बना सके. जबकि इसके बाद साई सुदर्शन बड़े मैच में कुछ ख़ास नहीं कर सके और 19 रन बनाकर आउट हो गए. जिससे 212 रन के स्कोर तक साउथ जोन के तीन विकेट गिर गए थे. इसके बाद विकेटकीपर नारायण जगदीशन ने 60 गेंदों में दो चौके और एक छक्के से 54 रनों की पारी खेली. जिससे साउथ जोन की टीम 300 का स्कोर पार कर सकी और उसने 50 ओवरों के अंत तक 8 विकेट पर 328 रन बनाए.
ईस्ट जोन के 72 रन पर गिरे 4 विकेट
329 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ईस्ट जोन टीम की शुरुआत सही नहीं रही और 72 रन के स्कोर तक उनके चार विकेट गिर चुके थे. तभी फॉर्म में चलने वाले रियान पराग और विकेटकीपर कुमार कुशाग्र ने पारी को संभाला. 115 रन पर 5 विकेट गिरने के बाद पराग और कुशाग्र के बीच 6वें विकेट के लिए 105 रनों की साझेदारी हुई. जिससे ईस्ट जोन के जीत की उम्मीद जागी ही थी कि पराग 65 गेंदों में 8 चौके और 5 छक्के से 95 रनों की पारी खेलकर चलते बने. जबकि कुशाग्र भी 58 गेंदों में 6 चौके और तीन छक्के से 68 रन ही बना सके.
283 पर सिमटी ईस्ट जोन
पराग और कुशाग्र के आउट होते ही ईस्ट जोन से जीत दूर जाने लगी और उनकी टीम 50 ओवर में 283 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. इस तरह साउथ जोन ने 45 रन से जीत हासिल कर डाली. उसके लिए गेंदबाजी में सबसे अधिक तीन विकेट वाशिंग्टन सुंदर ने लिए.
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