भारतीय टीम के सबसे अनुभवी सपोर्ट स्टाफ सदस्य राघवेंद्र द्विवेदी को साल 2011 में सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया के लिए चुना था. ऐसे में समय के साथ ये शख्स भारतीय टीम का सबसे अहम व्यक्ति बन गया. लेकिन इस बीच इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे से ठीक पहले कुछ ऐसा हुआ जिसने सभी को हैरान कर दिया. राघवेंद्र को पुलिस ने रोक दिया. भारतीय टीम पहले वनडे के लिए नागपुर पहुंच चुकी है. इस बीच एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दो पुलिसवालों को राघवेंद्र को टीम होटल में जाने से रोकते हुए देखा जा सकता है.
बता दें कि रघु इससे नाराज नहीं हुए और उनके चेहरे पर स्माइल देखी गई. बता दें कि रघु भारतीय की सफलता में अहम योगदान निभाते हैं. वो एक थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट हैं और अक्सर भारतीय बल्लेबाजों को अभ्यास कराते हैं. रघु अक्सर बल्लेबाजों को स्पिन, पेस और बाउंसर गेंद खेलने की ट्रेनिंग देते हैं. वो हर खिलाड़ी को मैच के लिए तैयार करते हैं.
कौन हैं राघवेंद्र द्विवेदी?
रघु एक समय क्रिकेटर हुआ करते थे. कर्नाटक के रहने वाले रघु का सपना बड़ा क्रिकेटर बनने का था लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाए. लेकिन गेम के लिए उनका पागलपन नहीं छूटा और उन्होंने दूसरा रोल ले लिया. रघु 150 की रफ्तार से थ्रोडाउन करते हैं. इसी का नतीजा है कि पहले वो कर्नाटक टीम का हिस्सा बने और फिर एनसीए आए. लेकिन बाद में सचिन तेंदुलकर की सिफारिश पर वो टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ के रेगुलर सदस्य बन गए.
रघु ने अपनी रफ्तार से कई महान बल्लेबाजों को ट्रेनिंग दी है. इसमें एमएस धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा और शुभमन गिल का नाम शामिल है.