दिग्गज भारतीय गेंदबाज आर अश्विन ने भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टी20 सीरीज के चौथे मैच में ऑलराउंडर शिवम दुबे के कन्कशन सब्सटीट्यूट के रूप में हर्षित राणा के आने के फैसले पर सवाल उठाए हैं. भारतीय पारी के आखिरी ओवर में ओवरटन की गेंद दुबे के हेलमेट पर लग गई थी, जिसके कुछ देर बाद उन्हें असहज महसूस हुआ और वह मैदान से बाहर चले गए और उनके कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में तेज गेंदबाज हर्षित राणा आए. जिस पर काफी विवाद हो गया.
यह खेल क्या था? यह आईपीएल की नकल जैसा था. सुपरसब भी था और खेल एक इम्पैक्ट प्लेयर के साथ खेला गया. पूरा विवाद इस बात को लेकर है कि हर्षित राणा शिवम दुबे की जगह कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर कैसे आए. क्या हम भूल गए कि यह आईपीएल नहीं बल्कि एक इंटरनेशनल मैच था? आप इसे पोएटिक जस्टिस कह सकते हैं या वास्तव में पोएटिक जस्टिस. मुझे यह समझ में नहीं आता. कम से कम पहले चहल ने रवींद्र जडेजा की जगह ली थी. यहां हर्षित राणा ने शिवम दुबे की जगह ली.
अश्विन ने कहा कि दुबे की जगह रमनदीप सिंह को लिया जाना चाहिए था. उन्होंने कहा-
भारतीय या इंग्लैंड टीम की कोई भूमिका नहीं है. अगर कोई नहीं है तो आप कह सकते हैं कि हर्षित राणा थोड़ी बल्लेबाजी कर सकते हैं और शिवम दुबे थोड़ी गेंदबाजी कर सकते हैं, इसीलिए हम उन्हें लाए. लाइक फॉर लाइक रिप्लेसमेंट रमनदीप सिंह बाहर बैठे थे. मुझे समझ नहीं आ रहा.
यह पूरी तरह से क्रिकेट की गलत गणना का मामला है.चाहे अंपायर की ओर से हो या मैच रेफरी की ओर से या जो भी हो. रमनदीप सिंह वहां मौजूद थे. एक बल्लेबाज जो शिवम दुबे की तरह थोड़ा-बहुत खेल सकता है, लेकिन वह नहीं. हर्षित राणा को कन्कशन सब्सटीट्यूट के रूप में चुना गया. मुझे लगता है कि जिम्मेदार लोगों को इस पर ध्यान देना चाहिए. आज इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा हुआ और दुख हुआ, किसी दिन भारत को भी दुख हो सकता है.
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