विराट कोहली, रोहित शर्मा का मिशन चैंपियंस ट्रॉफी शुरू हो गया है.पाकिस्तान और यूएई की मेजबानी में 19 फरवरी से टूर्नामेंट का आयोजन होगा.रोहित की कप्तानी में टीम इंडिया अपने मुकाबले दुबई में खेलेगी. 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी में अपने अभियान का आगाज करेगी,मगर इससे पहले टीम अपने घर में इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलेगी, जो चैंपियंस ट्रॉफी से पहले टीम इंडिया के लिए एक तरह से प्रैक्टिस सीरीज ही है. जिसमें टीम अपने कमियों को पहचानकर समय रहते सुधार सकती है.
चैंपियंस ट्रॉफी से पहले आखिरी सीरीज
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज 4-1 से जीती. हालांकि वनडे मैच भारतीय टीम के लिए ज्यादा अहमियत रखने वाले हैं,क्योंकि चैंपियंस ट्रॉफी से पहले यह उनकी आखिरी तैयारी होगी. टीम इंडिया की पिछली वनडे सीरीज एक बुरे सपने की तरह रही थी.श्रीलंका में रोहित की कप्तानी वाली टीम तीन मैचों की सीरीज मेजबान के हाथों 0-2 से हार गई थी,जिसमें एक मैच बिना किसी नतीजे के खत्म हुआ था.
रोहित और कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ियों पर बड़ी जिम्मेदारी होगी, जो हाल ही में रेड बॉल क्रिकेट में रनों के सूखे से जूझ रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा था. कुछ एक्स्पर्ट ने तो उन्हें टेस्ट से रिटायरमेंट लेने की सलाह तक दे डाली थी. इसके बाद दोनों ने एक दशक बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी की, मगर दोनों ही फेल रहे. ऐसे में दोनों धुरंधरों से हर किसी को उम्मीद होगी कि वह चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में फॉर्म हासिल करें.
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