नई दिल्ली. तीन दिन पहले ही वनडे क्रिकेट इतिहास का सर्वोच्च स्कोर यानी 498 रन बने और अब इस मैच में इंग्लैंड के हाथों बुरी तरह पिटाई खाने वाली नीदरलैंड्स की टीम के लिए एक और बुरी खबर सामने आई है. इस ऐतिहासिक मैच में टीम की कमान संभालने वाले कप्तान पीटर सीलार (Pieter Seelaar Retirement) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. पीटर ने नीदरलैंड्स के लिए अपने लंबे करियर में 57 वनडे और 77 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया. हालांकि भारतीय क्रिकेट फैंस उन्हें 2011 के वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और यूसुफ पठान का विकेट लेने वाले गेंदबाज के तौर पर याद रखेंगे.
पीठ की चोट बनी संन्यास की वजह
34 साल के पीटर सीलार ने पीठ में लगातार चोट के चलते अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया. इंग्लैंड और नीदरलैंड्स के बीच रविवार को हुए तीन मैचों की सीरीज के दूसरे वनडे के बाद पीटर सीलार ने कहा, साल 2020 के बाद से पीठ की मेरी समस्या लगातार और खराब होती जा रही है. मैं अपना शत प्रतिशत प्रदर्शन नहीं कर पा रहा हूं. सीलार ने नीदरलैंड्स के लिए साल 2005 में डेब्यू किया था. शुरुआत में वो कंजूस लेफ्ट आर्म स्पिनर के तौर पर टीम में आए लेकिन बाद में उन्होंने बल्लेबाजी में भी सुधार किया और मध्यक्रम में अहम भूमिका निभाई.
बल्ले और गेंद से किया धमाल
पीटर सीलार नीदरलैंड्स की उस ऐतिहासिक टीम का भी हिस्सा रहे जिसने इंग्लैंड को 2009 के टी20 वर्ल्ड कप में मात दी और फिर इसी टूर्नामेंट में पांच साल बाद बांग्लादेश में भी इंग्लैंड पर जीत हासिल की. वनडे में उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 15 रन देकर चार विकेट का रहा जबकि टी20 में ये 19 रन पर 4 विकेट के तौर पर दर्ज हुआ. बल्ले से उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 138 रन है. ये रन उन्होंने फरवरी 2017 में हांगकांग के खिलाफ चार दिवसीय मैच में बनाए थे.