पाकिस्तान में इंग्लैंड की टीम करीब 17 साल बाद टेस्ट खेलने के लिए पहुंची. टेस्ट से पहले इंग्लिश टीम के कई खिलाड़ी बीमार पड़ गए लेकिन मैच तय समय पर शुरू हुआ. इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीता और बैटिंग चुनी. इसके बाद इंग्लिश ओपनिंग जोड़ी जैक क्रॉली और बेन डकेट ने धूम मचा दी. रावलपिंडी की सपाट पिच पर उन्होंने टी20 स्टाइल में बैटिंग की और खूब रन कूटे. लगातार बन रहे रनों के साथ रिकॉर्ड टूटे और पाकिस्तान क्रिकेट पर लोगों का गुस्सा फूटा, सोशल मीडिया पर मजाक बना.
टेस्ट के पहले सेशन में ही इंग्लैंड के ओपनर्स ने 174 रन स्कोरबोर्ड पर टांग दिए. यह टेस्ट क्रिकेट के पहले सेशन में सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड रहा. इसके साथ ही इंग्लैंड ने पहले सेशन में अपने सर्वाधिक रन के रिकॉर्ड को भी तोड़ा. उसने 1938 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बिना नुकसान के 169 रन बनाए थे. इंग्लैंड ने पहले ही ओवर से पाकिस्तानी पिच और बॉलिंग की पोल खोल दी. पहले ही ओवर से 14 रन बने. इंग्लैंड ने 13.5 ओवर में 100 रन का आंकड़ा पार कर लिया. यह टेस्ट क्रिकेट में उसकी सबसे तेज शतकीय साझेदारी रही. इससे पहले जैक क्रॉली और एलेक्स लीस ने इसी साल द ओवल में 17.2 ओवर में यह कमाल किया था.
क्रॉली के नाम सबसे तेज शतक
द्रविड़-सहवाग की बराबरी
क्रॉली के बाद बेन डकेट ने भी शतक पूरा किया. इसके साथ ही पाकिस्तान में मेहमान टीम के दोनों ओपनर्स के एक ही पारी में शतक लगाने का कारनामा दूसरी बार हुआ. क्रॉली-डकेट से पहले वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ ने 2006 में सबसे पहले यह कमाल किया था.
जैक क्रॉली और बेन डकेट की साझेदारी 233 रन के बाद टूटी. जाहिर महमूद ने डकेट को एलबीडब्ल्यू कर पाकिस्तान को पहली कामयाबी दिलाई. छह साल बाद टेस्ट में वापसी कर रहे डकेट ने 110 गेंद में 15 चौकों की मदद से 107 रन बनाए. वहीं जैक क्रॉली 111 गेंद में 21 चौकों से 122 रन बनाने के बाद हारिस रऊफ के पहले टेस्ट विकेट बने. लेकिन आउट होने से पहले इंग्लिश ओपनर्स ने पाकिस्तान टीम का पूरी तरह से मजाक बना दिया.