माइकल लीस्क और ब्रैंडन मैकमुलन के ऑलराउंड खेल के बूते स्कॉटलैंड (Scotland Cricket Team) ने जिम्बाब्वे को आईसीसी वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स में 31 रन से पीटकर धमाका कर दिया. इस नतीजे के साथ ही जिम्बाब्वे (Zimbabwe Cricket Team) वर्ल्ड कप 2023 में शामिल होने की रेस से बाहर हो गया. वेस्ट इंडीज के बाद वह दूसरी बड़ी टीम है जो भारत में होने वाले वर्ल्ड कप में नहीं दिखेगी. 235 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जिम्बाब्वे की टीम 41.1 ओवर में 203 रन पर ढेर हो गई. उसकी तरफ से छठे नंबर के बल्लेबाज रयान बर्ल ने 83 रन की तूफानी पारी खेली मगर बाकी बल्लेबाजों का साथ नहीं मिलने से वे टीम को जीत नहीं मिली. पहले बैटिंग करते हुए स्कॉटलैंड ने माइकल लीस्क के 48 और मैथ्यू क्रॉस (38) व ब्रैंडन मैकमुलन (34) की अहम पारियों के बूते आठ विकेट पर 234 रन का स्कोर खड़ा किया था.
जिम्बाब्वे लगातार दूसरी बार वर्ल्ड कप में दिखाई नहीं देगी. 2019 में इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप के लिए भी यह टीम क्वालिफाई नहीं कर पाई थी. तब 2018 में हुए क्वालिफायर्स में इस टीम ने पहले पांच में से चार मुकाबले जीते थे मगर फिर वेस्ट इंडीज और यूएई से लगातार दो हार मिली और टीम वर्ल्ड कप से चूक गई. इस बार भी ऐसा ही हुआ. जिम्बाब्वे ने लगातार पांच मैच ग्रुप स्टेज में जीते लेकिन सुपर सिक्स में श्रीलंका व स्कॉटलैंड ने उसे पीट दिया और बाहर किया. जिम्बाब्वे को हराने के साथ ही स्कॉटलैंड की टीम भारत का टिकट कटाने के करीब पहुंच गई है. उसे अभी नेदरलैंड्स से खेलना है. अगर वह मैच वह जीत जाता है तब वर्ल्ड कप के लिए जगह पक्की हो जाएगी. अगर करीबी अंतर से हार मिली तब भी वह आगे जा सकता है क्योंकि उसकी नेट रन रेट काफी अच्छी है.
स्कॉटलैंड की बैटिंग में क्या हुआ
पहले बैटिंग करते हुए स्कॉटलैंड के बल्लेबाजों को अच्छी शुरुआत मिली लेकिन वे इन्हें बड़ी पारियों में तब्दील नहीं कर पाए. ओपनर क्रिस्टोफर मैक्ब्राइड (28), मैथ्यू क्रॉस (38), ब्रैंडन मैकमुलन (34), जॉर्ज मुनसी (31) के दम पर टीम का स्कोर एक समय चार विकेट पर 151 रन था. फिर टीम ने लगातार विकेट गंवाए जिससे टीम पिछड़ गई. सातवें नंबर पर उतरे माइकल लीस्क ने 34 गेंद में तीन चौकों व दो छक्कों से 48 रन की आतिशी पारी खेली और टीम को 234 रन तक पहुंचने में मदद की. जिम्बाब्वे की ओर से शॉन विलियम्स सबसे कामयाब बॉलर रहे जिन्होंने 41 रन देकर तीन विकेट लिए.
जिम्बाब्वे की खराब शुरुआत
लक्ष्य का पीछा करते हुए जिम्बाब्वे ने 13 रन पर ओपनिंग जोड़ी को गंवा दिया था. ओपनर जॉयलॉर्ड गंबी पहली ही गेंद पर क्रिस सोल की पेस में फंसकर चलते बने. कप्तान क्रेग इर्विन भी दो रन बना सके. उन्हें भी सोल की पेस ने रवाना किया. इनोसेंट कैया (12) और शॉन विलियम्स (12) भी लंबा नहीं खेल पाए. इससे टीम का स्कोर चार विकेट पर 37 रन हो गया. यह सब सोल के रफ्तार से भरे स्पैल के चलते हुआ. उन्होंने चार में से तीन विकेट लिए. ऐसे में सिकंदर रज़ा और रयान बर्ल ने पारी को संभाला और पांचवें विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी की. रज़ा 40 गेंद में 34 रन बनाकर आउट हुए.
बर्ल ने जिंदा रखीं उम्मीदें
बर्ल ने छठे विकेट के लिए वेस्ली मधेवेरे (40) के साथ 73 रन जोड़े और टीम को 164 रन तक ले गए. तब लग रहा था जिम्बाब्वे जीत जाएगा. मगर बाएं हाथ के फिरकी बॉलर मार्क वॉट ने मधेवेरे को आउट कर इस जोड़ी को तोड़कर जिम्बाब्वे को जोर का झटका दिया. बर्ल एक छोर पर डटे थे और उनके साथ जिम्बाब्वे की उम्मीदें भी थीं. उन्होंने 53 गेंद में 50 रन का आंकड़ा पार किया. वे शतक और जिम्बाब्वे जीत की ओर बढ़ रहा था तभी माइकल लीस्क आए और बर्ल को आउट कर गए. इसके साथ ही जिम्बाब्वे की उम्मीदें ध्वस्त हो गईं. उन्होंने 84 गेंद खेली और आठ चौके व एक छक्का उड़ाया. इसके बाद चमत्कार ही जिम्बाब्वे को बचा सकता था लेकिन वह हो नहीं पाया.
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