भारत और अफगानिस्तान की टीम गुरुवार को टी20 वर्ल्ड कप 2024 के सुपर 8 मैच में आमने सामने होगी. रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम ग्रुप ए में अजेय रहकर सुपर 8 में पहुंची, जबकि अफगानिस्तान ग्रुप डी में दूसरे नंबर पर थी. अफगान टीम ने ग्रुप स्टेज में न्यूजीलैंड को 84 रन से हराकर बड़ा उलटफेर किया था. ऐसे में माना जा रहा है कि भारत को अफगान टीम से कड़ी चुनौती मिलने वाली है और बारबाडोस के पिच ने तो अफगानिस्तान की ताकत को और बढ़ा दिया है.
बारबाडोस की पिच स्पिनर्स के अनुकूल हैं और जब बात टी20 की आती है तो राशिद खान की गिनती सबसे बड़े विनर स्पिनर के रूप में होती है. बारबाडोस के विकेट पर टीम इंडिया को उनसे बचने की सलाह मिल रही है. रहमानुल्लाह गुरबाज को भी भारत के खिलाफ खतरा माना जा रहा है. सलामी बल्लेबाज गुरबाज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 56 गेंदों पर 80 रन बनाए थे. न्यूजीलैंड की पूरी टीम ने मिलकर जितने रन नहीं बनाए थे, गुरबाज ने अकेले ही उससे ज्यादा रन बना दिए थे. न्यूजीलैंड की पूरी टीम 15.2 ओवर में 75 रन पर ऑलआउट हो गई है.
फारूकी भारत के लिए खतरा
कीवी टीम को किया था तहस- नहस
न्यूजीलैंड की टीम इस नाम को शायद ही कभी भूल पाए. फारूकी ने ही न्यूजीलैंड की करारी शिकस्त की कहानी लिखी थी और उस हार की वजह से ही कीवी टीम बाद में टूर्नामेंट से बाहर हो गई. फारूकी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 3.2 ओवर में 17 रन देकर चार विकेट लिए थे. फारूकी ही भारत के लिए भी सबसे बड़ा खतरा है. फारूकी लेफ्ट आर्म पेसर हैं और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा हो या फिर विराट कोहली, दोनों ही लेफ्ट आर्म के खिलाफ संघर्ष करते हैं.
लेफ्ट आर्म के खिलाफ रोहित-कोहली
रोहित इस वर्ल्ड कप में एक बार रिटायर्ड हर्ट हुए और दो बार आउट हुए. दोनों बार वो लेफ्ट आर्म पेसर का शिकार बने. पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में शाहीन अफरीदी ने उन्हें अपना शिकार बनाया तो अमेरिका के खिलाफ सौरभ नेत्रवलकर ने उन्हें किया था. फारूकी तीन बार रोहित के खिलाफ टी20 मैच खेले, जिसमें उन्होंने एक बार भारतीय कप्तान को आउट किया.
कोहली की बात करें तो लेफ्ट आर्म गेंदबाज उनका भी सबसे बड़ा सिरदर्द हैं. सौरभ नेत्रवलकर उन्हें भी अपना शिकार बना चुके हैं. यानी दोनों के लिए फारूकी खतरा बन सकते हैं और वो इस समय जिस फॉर्म में चल रहे हैं, उससे तो ये खतरा और भी बढ़ जाता है.
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