टी20 वर्ल्ड कप 2024 में टीम इंडिया की खिताबी जीत के साथ राहुल द्रविड़ का बतौर कोच कार्यकाल भी खत्म हो गया है. इस फाइनल में भारतीय टीम ने पिछले 11 साल से चले आ रहे आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को खत्म किया था. इसके बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली ने भी टी20 इंटरनेशनल से संन्यास का ऐलान कर दिया. कार्यकाल खत्म होने के बाद बीसीसीआई ने अपने सोशल मीडिया अकांउट पर राहुल द्रविड़ की एक वीडियो शेयर की है. द्रविड़ इस वीडियो में रोहित और विराट की कप्तानी का अंतर बता रहे हैं. द्रविड़ यह भी बताया कि उन्हें रोहित शर्मा की कमी खलेगी.
द्रविड़ को खलेगी रोहित की कमी
टीम इंडिया ने कोच राहुल द्रविड़ की देखरेख में बिना कोई मैच हारे टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीता था. इससे पहले वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भी टीम इंडिया ने फाइनल से पहले एक भी मैच में हार का मुंह नहीं देखा था. अब बतौर कोच द्रविड़ का कार्यकाल खत्म हो गया है. बीसीसीआई ने उनके साथ एक बातचीत की वीडियो अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर की है. इस वीडियो में उन्होंने रोहित और विराट के बीच कप्तानी का अंतर बताया है. उन्होंने कहा,
मैंने वास्तव में रोहित के साथ काम करने का आनंद लिया. मैं उसे काफी समय से जानता था. मैंने उसे एक व्यक्ति और एक कप्तान के रूप में परिपक्व होते हुए देखा. मुझे उसकी टीम के प्रति प्रतिबद्धता और खिलाड़ियों का ध्यान रखने की प्रवृत्ति वास्तव में बहुत अच्छी लगी. उसने टीम में ऐसा माहौल बनाया जिसने सभी सुरक्षित महसूस करें. यह ऐसी चीज है जिसकी मुझे कमी खलेगी.
रोहित के बाद द्रविड़ ने विराट कोहली की कप्तानी को लेकर भी अपनी बात रखी. उन्होंने बताया कि कोहली प्रोसेस पर ध्यान देने वाले कप्तान थे. द्रविड़ ने कहा,
विराट जो कोच के रूप में मेरे शुरुआती दिनों में कप्तान थे. मुझे उन्हें जानने और समझने का मौका मिला और यह काफी रोमांचक था. उन्होंने हमेशा प्रक्रिया पर ध्यान दिया जिसका कुछ अवसरों पर गलत अर्थ भी लगा दिए गए.
बता दें कि भारतीय टीम ने द्रविड़ की कोचिंग में अच्छा प्रदर्शन किया है. टी20 वर्ल्ड कप 2024 से पहले खेले गए 69 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में टीम इंडिया ने 48 में जीत दर्ज की. वनडे में भारत ने 13 में से 10 बाइलेटरल सीरीज जीती और टोटल 56 में से 41 वनडे मैच अपने नाम किए. बात अगर टेस्ट फॉर्मेट की करें तो भारत ने द्रविड़ की कोचिंग में 24 मैचों में 14 जीते और सिर्फ सात में हार का सामना करना पड़ा. इस दौरान भारतीय टीम ने 6 टेस्ट सीरीज अपने नाम की.
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