इंग्लैंड बना टी20 क्रिकेट का बादशाह, पाकिस्तान का 1992 वर्ल्ड कप दोहराने का सपना चकनाचूर

इंग्लैंड बना टी20 क्रिकेट का बादशाह, पाकिस्तान का 1992 वर्ल्ड कप दोहराने का सपना चकनाचूर

इंग्लैंड टी20 क्रिकेट का विश्व विजेता बन गया है. मेलबर्न के मैदान में पाकिस्तान के 1992 का इतिहास दोहराने के सपनों को इंग्लिश टीम ने तोड़ दिया. इंग्लैंड ने टी20 वर्ल्ड कप 2022 के फाइनल में पाकिस्तान को पांच विकेट से मात दी. उसने 138 रन के लक्ष्य को चार विकेट खोकर छह गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया. इसके साथ ही इंग्लैंड दूसरा ही ऐसा देश बन गया जिसने दो बार टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था. इंग्लैंड ने 2010 में पहली बार यह ट्रॉफी हासिल की थी. साथ ही इंग्लैंड पहला देश बन गया जिसके पास एक ही समय में टी20 और वनडे दोनों की वर्ल्ड कप ट्रॉफी है. इंग्लैंड ने 2019 वर्ल्ड कप जीत रखा है. इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के अभियान की समानताएं 1992 में उनके 50 ओवर का चैंपियन बनने से काफी मिलती-जुलती थी. तब उसने फाइनल में इंग्लैंड को हराया था लेकिन अबकी बार अंग्रेजों ने पासा पलट दिया.

 

इंग्लैंड की जीत के नायक बॉलिंग में सैम करन रहे जिन्होंने तीन विकेट लिए जबकि बैटिंग में बेन स्टोक्स रहे जिन्होंने नाबाद 52 रन की पारी खेली. इस पारी में उन्होंने 49 गेंदों का सामना किया और पांच चौके व एक छक्का लगाया. दिलचस्प बात रही कि यह उनके टी20 करियर की पहली फिफ्टी रही और यह भी वर्ल्ड कप फाइनल जैसे मौके पर आई. आखिरी ओवर्स में मोईन अली ने तीन चौकों से 12 गेंद में 19 रन बनाकर अहम योगदान दिया. पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों ने इसस मुकाबले में गजब की बॉलिंग की और 138 जैसे मामूली से लक्ष्य को हासिल करने में इंग्लैंड के पसीने छूट गए. नसीम शाह, हारिस रऊफ ने पूरे दिल से बॉलिंग की. इनके ओवर्स में कई मौके बने लेकिन हर बार किस्मत इंग्लैंड पर मेहरबान रही. शाहीन अफरीदी अगर चोटिल नहीं होते तो शायद मैच और रोमांचक होता.

 

 

इससे पहले बाएं हाथ के पेसर सैम करन और लेग स्पिनर आदिल राशिद की कमाल बॉलिंग के चलते पाकिस्तानी टीम आठ विकेट पर 137 रन ही बना सकी. इस साल की शुरुआत में चोट से वापसी करने वाले करन इंग्लैंड के लिए बेहतरीन गेंदबाज रहे हैं और उन्होंने चार ओवर में 12 रन देकर तीन विकेट हासिल कर बड़े मैच में अपनी काबिलियत साबित की. वहीं राशिद भी पीछे नहीं रहे, उन्होंने बीच के ओवरों में रन गति पर लगाम कसी जिसमें उन्होंने और करन ने मिलकर 25 डॉट गेंद डाली.

 

राशिद ने अपने शानदार प्रयास से फिर दिखाया कि भारतीय टीम प्रबंधन ने पूरे टूर्नामेंट में युजवेंद्र चहल का इस्तेमाल नहीं कर किस तरह मौका गंवाया. एमसीजी की पिच पर काफी उछाल और तेजी है लेकिन बटलर की सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली गेंदबाजी जोड़ी (करन और राशिद) ने इसके विपरीत गेंदबाजी की, दोनों ने अपनी गेंदों की रफ्तार कम की. राशिद ने 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की जबकि करन ने 126 से 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी जिससे पाकिस्तानी बल्लेबाजों के लिए रन जोड़ना मुश्किल हो गया.

 

 

इंग्लैंड की खराब शुरुआत

लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने पहले ही ओवर में एलेक्स हेल्स को खो दिया. भारत के खिलाफ सेमीफाइनल मैच के हीरो हेल्स को शाहीन की एक अंदर आती गेंद ने छकाया और बोल्ड कर दिया. यह विकेट उसी अंदाज में गिरा जिस तरह से शाहीन ने पिछले टी20 वर्ल्ड कप में केएल राहुल को बोल्ड किया था. हेल्क एक रन बना सके. कप्तान जॉस बटलर ने कुछ आतिशी शॉट लगाए. उन्होंने नसीम शाह को दूसरे ओवर में लगातार दो चौके लगाए. फिर शाहीन अफरीदी को चौका तो नसीम को पांचवें ओवर में छक्का लगाया. तीसरे नंबर पर उतरे फिल सॉल्ट ने दो चौके लगाए लेकिन हारिस रऊफ की पेस ने उनकी पारी का अंत किया. इससे इंग्लैंड का स्कोर चार ओवर में दो विकेट पर 32 रन हो गया.

 

कप्तान बटलर भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और रऊफ ने विकेट के पीछे मोहम्मद रिजवान के हाथों उन्हें कैच कराया. बटलर ने 17 गेंद में तीन चौकों और एक छक्के से 26 रन की पारी खेली. फिल सॉल्ट भी पाकिस्तान की पेस के सामने जूझते दिखे. वे  23 गेंद में एक चौके की मदद से 20 रन बना सके. शादाब खान की गेंद को उड़ाने की कोशिश में वे शाहीन के हाथों लपके गए. इससे इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 84 रन हो गया. हालांकि ब्रूक के कैच की कोशिश में शाहीन चोटिल हो गए. उनके पैर में चोट लगी जिससे चलते वे केवल एक ही गेंद आगे फेंक पाए.

 

 

नसीम शाह और हारिस रऊफ ने बीच के ओवर्स में कमाल की बॉलिंग की और रनों को लगभग सुखा दिया. इसी प्रेशर में ब्रूक का विकेट गिरा. मगर उनके जाने के बाद आए मोईन अली ने तेजी से रन बटोरे और इंग्लैंड को लक्ष्य के करीब पहुंचा दिया. 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर बेन स्टोक्स ने एक रन लेकर इंग्लैंड को जीत की रेखा के पार पहुंचा दिया.

 

करन के आगे पाक का टॉप ऑर्डर फेल

बाबर आजम (28 गेंद में 32 रन) और मोहम्मद रिजवान (14 गेंद में 15 रन) ने सतर्क शुरुआत की जैसा कि वे पिछले एक साल से करते रहे हैं. करन इंग्लैंड के लिये पूरे टूर्नामेंट में सबसे निरंतर प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज रहे हैं, उन्होंने कोण लेती फुल लेंथ पर रिजवान को बोल्ड किया. मोहम्मद हारिस (12 गेंद में आठ रन) राशिद के सामने जूझते नजर आये और उन्हीं का शिकार बने. राशिद ने उन्हें शॉट खेलने के लिए ललचाया और वह लॉन्ग ऑन पर कैच देकर आउट हुए.

 

बाबर को रशीद ने फंसाया

बाबर ने दो चौके लगाए लेकिन वह रन गति बढ़ाने में जूझते रहे. बल्कि शान मसूद (28 गेंद में 38 रन) अपने कप्तान से कहीं आक्रामक दिख रहे थे जबकि वह प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाफ तेजी से रन जुटाने से पहले क्रीज पर थोड़ा समय लेते हैं. बटलर ने लियम लिविंगस्टन को उनकी ऑफ ब्रेक गेंदों के लिए उन्हें गेंदबाजी पर लगाया लेकिन मसूद ने एक चौके और एक छक्के से इस ओवर में 14 रन जोड़ लिये. बाबर दूसरे छोर पर रशीद की गुगली में फंस गए और इंग्लैंड के इस लेग स्पिनर ने कैच लपककर उनकी पारी का अंत किया. 

 

इफ्तिखार अहमद (शून्य) छह गेंद खेलने के बाद स्टोक्स का शिकार हुए जिससे 13वें ओवर में पाकिस्तान का स्कोर चार विकेट पर 85 रन था. मसूद अच्छी पारी की ओर बढ़ रहे थे लेकिन करन की गेंद पर बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में आउट हो गये. करन ने भी अपने वैरिएशन लेती गेंदों से उनके संयम की परीक्षा ली और उनका विकेट लेकर इसमें खरे उतरे. शादाब खान ने 14 गेंद में 20 रन बनाए.