टीम इंडिया के मिस्टर 360 डिग्री प्लेयर यानी की सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) अब टीम इंडिया की मिडिल ऑर्डर की जान बन चुके हैं. इस बल्लेबाज ने पिछले कुछ महीनों के भीतर अपना खेल पूरी तरह बदल दिया. ऐसे में सूर्य को अब दुनिया का वो खिलाड़ी कहा जाने लगा है जो मैदान के किसी भी कोने पर शॉट खेल सकता है. लेकिन इसके पीछे जो संघर्ष और कड़ी मेहनत है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. ऐसे में सूर्यकुमार यादव ने अपने इस संघर्ष की कहानी सुनाई है और फैंस को ये बताया है कि, वो कैसे यहां तक पहुंचे और कैसे उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली.
डाइट से बदला खेल
सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘मैंने भोजन पर ध्यान दिया और कम भोजन करना शुरू कर दिया. मैंने कुछ ऐसी चीजें की जिनसे मुझे वास्तव में 2018 और 2019 के घरेलू सत्र में मदद मिली. इसके बाद 2020 में मेरा शरीर पूरी तरह से बदल गया था.’’ सूर्यकुमार ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर को शुरू करने के 11 साल बाद मार्च 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया.
उन्होंने कहा, इससे पहले मैं केवल अभ्यास कर रहा था और फिर थोड़ा निराश हो जाता था. तब मुझे महसूस हुआ इस तरह के अभ्यास में किसी तरह की गुणवत्ता नहीं है जबकि मैं बहुत अधिक अभ्यास कर रहा हूं. लेकिन 2018 के बाद मेरे अभ्यास, भोजन, नेट सत्र और हर चीज में गुणवत्ता जुड़ गई जिससे मुझे काफी मदद मिली.’’ सूर्य ने ये भी कहा कि, वो हार्ड सीमेंट पर रबर गेंद से खेला करते थे. गेंद तेज आती थी और वो उसे स्कूप, पुल, अपरकट और स्लाइस ओवर पॉइंट पर खेल देते थे. इन स्टोक्स से उन्हें मदद मिली. मैंने कभी बॉलिंग मशीन के साथ अभ्यास नहीं किया और हमेशा अपने गेम को रॉ रखा है.