ऑस्ट्रेलिया में इसी माह यानि 16 अक्टूबर से आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप (ICC T20I World Cup) खेला जाना है. इसको लेकर सभी देशों की टीमों ने कमर कस तैयारियां करना शुरू कर दिया है. इस बार टूर्नामेंट में कुल 16 टीमें भाग ले रहीं हैं. जिसमें पिछले एक दशक से लगभग हर एक आईसीसी टूर्नामेंट में भाग लेने वाला आयरलैंड (Ireland Cricket) भी शामिल है. आयरलैंड की बात करें तो ये टीम किसी भी दिन किसी भी टीम को मात देने का मदद रखती है. साल 2011 वर्ल्ड कप में आयरलैंड ने अपने पड़ोसी इंग्लैंड को भारतीय सरजमीं पर धूल चटाई थी. जिसके बाद से इस टीम का रूतबा दिन प्रति दिन बढ़ता गया और आयरिश सैनिकों से शुरू हुए इस खेल में आयरलैंड की क्रिकेट टीम को आईसीसी से टेस्ट नेशन यानि टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले देश का दर्जा भी प्राप्त हो गया है. ऐसे में चलिए डालते हैं आयरलैंड क्रिकेट के रोचक इतिहास पर एक नजर :-
1792 में खेला पहला मैच
क्रिकेट को जन्म देने वाले ब्रिटिश राज्य इंग्लैंड के पड़ोस में होने के कारण आयरलैंड में भी क्रिकेट के बीज काफी पहले पड़ गए थे. यही कारण है कि ब्रिटिश सेना में आयरिश सैनिकों ने कैटी के पुराने आयरिश खेल से शब्द और गेमप्ले की शुरुआत करके खेल के विकास को आकार दिया. आयरलैंड क्रिकेट के सबसे पहले मैच के बारे में एक जानकारी मिलती है और माना जाता है कि ब्रिटिश गैरीसन और ऑल-आयरलैंड के बीच डबलिन में 1792 को एक मैच खेला गया था. जिसमें आयरलैंड की टीम को एक पारी से हार झेलनी पड़ी थी. इसके बाद से ही आयरलैंड में क्रिकेट दिन प्रति दिन अंग्रेजों के चलते चर्चित होता गया. इसका नतीजा यह रहा कि आयरलैंड और इंग्लैंड के मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब के बीच पहला मैच 1858 में खेला गया था.
70 साल का लगा बैन
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच जमीन विवाद को लेकर पुरानी दुश्मनी रही है. इतना ही नहीं दोनों देशों के बीच काफी युद्ध भी हुए हैं. 1800 के अंतिम दशक के अंत में भूमि युद्ध के चलते इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच जंग जारी थी. जिसके चलते आयरिश और ब्रिटिश जनता के बीच मनमुटाव काफी हद तक बढ़ चुका था. इसका खामियाजा क्रिकेट को भी भुगतना पड़ा और 1901 में गेलिक एथलेटिक एसोसिएशन द्वारा "विदेशी" खेल (जैसे की क्रिकेट सहित तमाम गेम्स) खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया, जिसे 1970 के बाद हटाया गया.
1923 में बोर्ड का हुआ गठन
19वीं सदी की शुरुआत जैसे-जैसे हो रही थी. आयरलैंड के मैदानों में बैन के बावजूद क्रिकेट की वापसी धीमे-धीमे हो रही थी. साल 1923 में आयरिश क्रिकेट संघ (आईसीयू) स्थापित किया गया. जबकि प्रथम श्रेणी का पहला मैच 11 मई 1902 को सर टिम ओ'ब्रायन की कप्तानी वाली आयरिश टीम और लंदन काउंटी के बीच खेला गया था. जिसमें आयरलैंड को 238 रनों से हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि इसके बाद भी आयरलैंड ने हार नहीं मानी और दिन प्रति दिन क्रिकेट के मैदान में तरक्की करना शुरू कर डाला.
आयरलैंड और आईसीसी टूर्नामेंट
आयरलैंड ने लगातार घरेलू और तमाम स्तर पर क्रिकेट खेलना जारी रखा और इसका नतीजा उन्हें साल 2007 क्रिकेट विश्व कप में मिला. इस टूर्नामेंट में आयरलैंड ने शानदार खेल दिखाया और टीम की सफलता के बाद आयरलैंड में खेल की लोकप्रियता में वृद्धि हुई. साल 2017 तक आयरलैंड अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का एक सहयोगी सदस्य था और विश्व क्रिकेट लीग और आईसीसी इंटरकांटिनेंटल कप जैसे टूर्नामेंटों में खेला. जो क्रिकेट विश्व कप के लिए सहयोगी टीमों के लिए क्वालीफाइंग दौर हैं. इस दौरान आयरलैंड ने साल 2009 आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप, 2010 आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप और 2011 आईसीसी वर्ल्ड कप (इंग्लैंड को हराया) जैसे आईसीसी के प्रमुख टूर्नामेंट में भी भाग ले चुका है. इस तरह आयरलैंड की प्रगति को देखते हुए आईसीसी ने उसे सहयोगी सदस्य से आगे बढ़ाकर स्थायी सदस्य का दर्जा देते हुए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाला नेशन भी 2017 में घोषित किया. आयरलैंड की टीम ने पहला टेस्ट मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला और उसमें उसे 5 विकेट से हार मिली थी.
आयरलैंड के प्रमुख खिलाड़ी :-
बैरी मैकार्थी
पॉल स्टर्लिंग
गैरेथ डेलैनी
सिमी सिंह
एंड्रयू बलबर्नी