पिछले एक साल से भारतीय टी20 टीम से बाहर रहने वाले मोहम्मद शमी खेलने के लिए मानसिक रूप से हमेशा तैयार थे क्योंकि टीम प्रबंधन और उनके बीच बातचीत जारी थी. शमी ने आखिरी टी20 यूएई में 2021 विश्व कप के दौरान खेला था जिसके बाद तय किया गया कि वह टेस्ट और वनडे ही खेलेंगे. जसप्रीत बुमराह के फ्रेक्चर, दीपक चाहर को लगी चोट और आवेश खान की खराब फॉर्म के कारण टीम प्रबंधन को टी20 विश्व कप में शमी को बुलाना पड़ा.
शमी ने बांग्लादेश पर पांच रन से मिली जीत के बाद मिश्रित जोन में कहा, ‘यह सब तैयारी पर निर्भर करता है. टीम प्रबंधन आपसे हमेशा तैयार रहने के लिए कहता है. जब टीम को जरूरत होगी, आपको बुलाया जायेगा और यह आपको हमेशा बताया जाता है. अगर आपने मेरे वीडियो देखे हों तो मैंने अभ्यास कभी नहीं छोड़ा था. मैं लगातार अभ्यास कर रहा था.’
शमी को है हुनर पर भरोसा
पहले बदलाव के रूप में गेंदबाजी कर रहे शमी ने कहा, ‘इसे आप अनुभव कह सकते हैं कि मैं हमेशा तैयार रहता हूं. मैंने हमेशा नई गेंद से गेंदबाजी की है लेकिन अभ्यास में मैं पुरानी गेंद से गेंदबाजी करता हूं. मैच के हालात में अच्छे प्रदर्शन के लिये आत्मविश्वास की जरूरत होती है. मेरा हमेशा से मानना है कि अपने हुनर पर भरोसा होना चाहिये. दबाव के पलों में शांत रहना जरूरी है और अनुभव तो काम आता ही है.’
अर्शदीप सिंह को आखिरी ओवर दिए जाने के बारे में उन्होंने कहा, ‘बांग्लादेश को 20 रन की जरूरत थी और कप्तान ने उसे चुना क्योंकि उसके यॉर्कर सही लग रहे थे और उसका आत्मविश्वास भी बढ़ाना था.’