टी20 वर्ल्ड कप 2022(t20 world cup) में शुरुआती तीन जीत के साथ भारतीय टीम (team india) के लिए मिशन मेलबर्न का सफर शानदार रहा है. हालांकि अभी भी रोहित एंड कम्पनी के लिए सेमीफाइनल का टिकट कंफर्म करना बाकी है. अगर दक्षिण अफ्रीका (South Africa) और पाकिस्तान (Pakistan) रविवार को अपने-अपने मैच जीत जाते हैं तो भारत को मेलबर्न में जीत हासिल करनी ही होगी. वैसे अबकी बार टीम इंडिया का सामना एक ऐसी टीम के साथ होने जा रहा है जो पिछले 24 साल से आईसीसी इवेंट्स में भारत के खिलाफ जीतने का इंतजार कर रही है. यह टीम है जिम्बाब्वे.
टी20 वर्ल्ड कप में भारत का जिम्बाब्वे के साथ अभी तक आमना-सामना नहीं हुआ है. दोनों ही टीमें रविवार (6 नवंबर) को पहली बार एक दूसरे के खिलाफ उतरेंगी. आखिरी बार जब जिम्बाब्वे की टीम भारत के खिलाफ़ किसी वर्ल्ड कप मुकाबले में उतरी थी तो वह साल था 2015 का. वहीं 1999 आखिरी साल था जब जिम्बाब्वे ने भारत को किसी आईसीसी इवेंट में मात दी थी. तब टीम इंडिया सचिन तेंदुलकर की गैरमौजूदगी में तीन रन से हार गई थी. इसके बाद दोनों टीमें तीन बार आईसीसी टूर्नामेंट्स में खेली हैं और तीनों बार भारत जीता है.
1999 के बाद आईसीसी टूर्नामेंट्स में क्या हुआ
इसके तहत 2002 की चैंपियंस ट्रॉफी के साथ-साथ 2003 और 2015 के वनडे वर्ल्ड कप में भारत का सामना जिम्बाब्वे से हुआ. 2002 चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने जिम्बाब्वे को 14 रन से हराया था. वहीं 2003 के वर्ल्ड कप में सचिन तेंदुलकर की शानदार पारी के दम पर भारत 83 रन से विजयी हुआ था. इसके करीब 12 साल बाद ऑस्ट्रेलिया में ये दोनों टीमें वर्ल्ड कप में टकराई तब सुरेश रैना के नाबाद शतक के बूते टीम इंडिया जीती थी.
अगर दोनों टीमों के बीच टी20 फॉर्मेट में हुए मुकाबलों की बात की जाए तो भी भारत का दबदबा है. दोनों के बीच सात मैच हुए हैं जिनमें से दो ही जिम्बाब्वे जीत सका है.
शानदार रहा है भारत का सफर
टी20 वर्ल्ड कप 2022 की बात की जाए तो भारतीय टीम की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ़ एक बड़े मुकाबले के साथ हुई. विराट कोहली की शानदार पारी की बदौलत टीम ने यादगार जीत हासिल की. उसके बाद सुपर 12 के अपने अगले मुकाबले में रोहित एंड कंपनी का सामना नेदरलैंड्स से हुआ. इस मैच में आसान जीत के साथ टीम टेबल टॉपर बन गई. लेकिन भारत को अपना पहला झटका साउथ अफ्रीका के खिलाफ लगा और उसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ मिली जीत भी बिल्कुल आसान नहीं थी.
अब रविवार को भारतीय टीम अपना अंतिम सुपर 12 का मुकाबला जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलेगी. नेदरलैंड्स से हार के बाद जिम्बाब्वे भले ही टूर्नामेंट से बाहर हो गयी हो, लेकिन उसने पूरे उत्साह के साथ प्रदर्शन किया है. पाकिस्तान के खिलाफ जीत के साथ उन्होंने यह तो साबित कर दिया है कि वह बड़े उटलफेर का माद्दा रखते हैं. अब देखना यही होगा कि सुपर 12 में अपने अंतिम मुकाबले के दौरान वह भारत के खिलाफ जीत का 24 साल का इंतजार खत्म कर पाते हैं या नहीं.