रोहित शर्मा जिस अप्रोच का गुणगान कर रहे थे वह ऑस्ट्रेलिया में किटबैग में धरी रह गई, इंग्लैंड ने बजा दिया बाजा

रोहित शर्मा जिस अप्रोच का गुणगान कर रहे थे वह ऑस्ट्रेलिया में किटबैग में धरी रह गई, इंग्लैंड ने बजा दिया बाजा

ऑस्ट्रेलिया के 'मिशन मेलबर्न' के लिए जब रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने 6 अक्टूबर को भारत से उड़ान भरी थी. तब टीम इंडिया के किटबैग में सामान के साथ भारतीय क्रिकेट की एक नई अप्रोच (खेलने का स्टाइल) भी छिपी हुई थी. जिसका गुणगान टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 वर्ल्ड कप से पहले काफी किया था. उनका मानना था कि टी20 क्रिकेट में हम एक नया टेम्पलेट सेट कर रहे हैं और निडर होकर धमाकेदार आगाज करेंगे. हालांकि अब एक महीने बाद रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया जब इंग्लैंड से बुरी तरह हार कर बाहर हो गई है तो फिर सभी पूछ रहे हैं कि वह अप्रोच कहां है. जिसका ढिंढोरा पीटा जा रहा था. क्या वो अप्रोच किट बैग में ही धरी रह गई. जिसके चलते ट्रॉफी की जगह उसी अप्रोच को लेकर अब टीम इंडिया के सूरमा वापस अपने घर की तरफ निकलने को तैयार है.


रोहित शर्मा की अप्रोच के अनुसार टीम इंडिया ने घरेलू मैदानों में टी20 वर्ल्ड कप 2022 से ठीक पहले ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका को हराया. जिसके बाद ऐसा लग रहा था कि ये अप्रोच टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जिता सकती है. मगर हुआ इसका उलटा, रोहित शर्मा की टीम अप्रोच तो छोड़िए बमुश्किल टी20 क्रिकेट में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलियाई मैदानों पर 150 के स्कोर को पाने के लिए तरसती नजर आई. इसमें भारत की हार का सबसे बड़ा कारण पावरप्ले यानि टी20 क्रिकेट के शुरुआती 6 ओवरों में धीमा खेलना बना और विकेट गंवाना भी भारी पड़ा.

 

पावरप्ले में फिसड्डी निकली टीम इंडिया 
टीम इंडिया के बल्लेबाजों का आंकडा अगर पावरप्ले में देखा जाए तो आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2022 में रोहित शर्मा और केएल राहुल की जोड़ी ने सबसे निचले स्तर की बल्लेबाजी का नजारा पेश किया है. भारतीय बल्लेबाजों के द्वारा टी20 वर्ल्ड कप में औसतन 37 रन दर्ज हैं. जबकि इसमें एक या दो विकेट तो टीम इंडिया के हर मैच में गिर ही जाते थे. ऐसे में 6 ओवर के अंदर विकेट गिरने और रन कम होने के कारण बीच के ओवर यानि 7 से 15 के बीच भारतीय बल्लेबाज और सुरक्षित भावना से खेलने लगते थे. जिसके चलते भारत एक बड़े स्कोर तक नहीं पहुंच पा रहा था. इसी कड़ी में अब टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा की उस अप्रोच के बारे में सवाल उठता है. जिसको लेकर वह भारत से गए थे. आक्रामक क्रिकेट खेलना तो दूर की बात एक आध मैच में 20 ओवर पूरा खेलना भी बड़ा चैलेंज बन गया था.

 

टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाजों द्वारा टी20 वर्ल्ड कप में बनाई गई ओपनिंग पार्टनरशिप :-
रोहित-राहुल vs पाकिस्तान : 7 रन पर गिरा पहला विकेट 
रोहित-राहुल vs नीदरलैंड्स : 11 रन पर गिरा पहला विकेट 
रोहित-राहुल vs साउथ अफ्रीका : 23 रन पर गिरा पहला विकेट 
रोहित-राहुल vs बांग्लादेश : 11 रन पर गिरा पहला विकेट 
रोहित-राहुल vs जिम्बाब्वे : 27 रन पर गिरा पहला विकेट 
रोहित-राहुल vs इंग्लैंड : 9 रन पर गिरा पहला विकेट

 

इंग्लैंड ने दिखाया आईना 
इस तरह अपनी अप्रोच को मैदान पर दिखाने की बजाए किट बैग में रखे हुए रोहित शर्मा की टीम किसी तरह सेमीफाइनल तक पहुंच गई. जहां पर इंग्लैंड ने भारत को आईना दिखाया और जिस अप्रोच का रोहित एंड कंपनी पिछले एक महीने से ढिंढोरा पीट रही थी. बटलर एंड कंपनी ने दिखाया कि टी20 क्रिकेट में टेम्पलेट कैसे सेट करते हैं. इंग्लैंड क्रिकेट इस समय बुलेट ट्रेन की रफ्तार पर है. टेस्ट क्रिकेट हो या फिर कोई भी फॉर्मेट उसके बल्लेबाज रन बरसाना बंद नहीं करते हैं. टेस्ट क्रिकेट में भी इंग्लैंड को 'बैजबॉल' का तमगा मिला था. जिसका मतलब निडर होकर नतीजे की परवाह किए बिना आक्रामक खेल खेलना.

 

पहली गेंद पर जड़ा था चौका 
ठीक इसी तरह जोस बटलर और एलेक्स हेल्स जब सेमीफाइनल मैच में भारत के खिलाफ मैदान में उतरे तो पारी की पहली गेंद पर चौका लगाकर इंटेंट और टेम्पलेट दोनों दिखा दिए थे. इसके बाद बटलर और हेल्स अपने विकेट गिरने की परवाह किए बिना भारतीय गेंदबाजों पर हावी होते चले गए और उसी पावरप्ले में बिना विकेट खोए 63 रन ठोक डाले. यही से टीम इंडिया के गेंदबाजों ने गुटने टेक दिए और जिस स्टाइल से खुद क्रिकेट खेलना चाहते थे. उसी स्टाइल से इंग्लैंड को खेलता देख भारतीय खिलाड़ी हताश दिखाई देने लगे. नतीजा ये रहा कि इंग्लैंड ने 169 रनों के लक्ष्य को 16 ओवर में ताबड़तोड़ इंटेंट से चेस करते हुए रोहित शर्मा की टीम को किट बैग पैक करके घर जाने पर मजबूर कर दिया. जबकि पूरे टूर्नामेंट रोहित और कोच द्रविड़ ना जाने अपने खुद के स्टाइल को भूलकर किस स्टाइल और अप्रोच को तलाश रहे थे.