UAE Cricket Team: मिलिट्री बेस से शुरुआत, दूसरे देशों के खिलाड़ियों से बनाई टीम, 2022 में खड़ी कर दी खुद की टी20 लीग

UAE Cricket Team: मिलिट्री बेस से शुरुआत, दूसरे देशों के खिलाड़ियों से बनाई टीम, 2022 में खड़ी कर दी खुद की टी20 लीग

यूनाइटेड अरब अमीरात (United Arab Emirates) नेशनल क्रिकेट टीम वो टीम है जो इंटरनेशनल क्रिकेट में यूएई का प्रतिनिधित्व करती है. इस क्रिकेट टीम को एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड संभालती है. 1989 में यूएई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) का सदस्य और फिर अगले साल एसोसिएट मेंबर बना. उभरती हुई वनडे टीमों में से एक संयुक्त अरब अमीरात ने 2000 और 2006 के बीच लगातार चार मौकों पर एसीसी ट्रॉफी जीती, और 1996, 1998 और 2008 में खेले गए टूर्नामेंट की उपविजेता रही. टीम ने 1994 में आईसीसी ट्रॉफी जीती, और उसी साल अपना पहला वनडे मैच खेला. इसके बाद साल 1996 क्रिकेट विश्व कप में खेलते हुए टीम ने 2004 और 2008 एशिया कप में हिस्सा लिया.  साल 2014 वर्ल्ड कप क्वालीफायर में, संयुक्त अरब अमीरात स्कॉटलैंड के बाद दूसरे नंबर पर आया.  इसके बाद टीम ने साल 2015 में वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई किया और फिर साल 2018 में वनडे स्टेटस हासिल किया.

यूएई ने साल 2014 आईसीसी वर्ल्ड टी20 के ग्रुप चरण में जगह बनाई. टीम ने फिर बाद में मेजबान के रूप में 2019 आईसीसी टी20 विश्व कप क्वालीफायर के लिए क्वालीफाई किया . विश्व क्रिकेट लीग खत्म होने के बाद, यूएई ने उस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में भी हिस्सा लिया था. बता दें कि आईसीसी का हेडक्वार्टर भी दुबई में ही है जिसकी शुरुआत साल 2005 में हुई थी.

मिलिट्री बेस पर खेला गया क्रिकेट
साल 1892 में, ब्रिटिश सेना के जरिए क्रिकेट को संयुक्त अरब अमीरात में पेश किया गया था. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स और अन्य राष्ट्रमंडल बलों (जिसमें ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के प्रथम श्रेणी और क्लब क्रिकेटर शामिल थे) के बीच इसे शुरू किया गया. इसमें अजमान, अल ऐन, दुबई और शारजाह जैसे शहर शामिल थे. युद्ध समाप्त होने के बाद शारजाह में हवाई अड्डे के आसपास उनके जरिए स्थापित पिचों का इस्तेमाल ब्रिटिश और अन्य विदेशी नागरिकों के जरिए किया गया था.

 

नेशनल टीम की शुरुआत
पहला मैच संयुक्त अरब अमीरात की राष्ट्रीय टीम ने फरवरी 1976 में शारजाह में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के खिलाफ खेला था. पाकिस्तान ने अपने 50 ओवरों में 345/5 रन बनाए थे और यूएई 28 ओवर में 88/4 पर था कि तभी बारिश ने मैच का मजा खराब कर दिया. इसके बाद अमीर स्थानीय लोगों ने खेल में निवेश करना शुरू कर दिया और शारजाह में एक अंतरराष्ट्रीय स्टैंडर्ड क्रिकेट मैदान का निर्माण किया गया. शारजाह क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम ने 1984 में अपने पहले अंतरराष्ट्रीय आयोजन की मेजबानी की जब भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका की टीमें एक दूसरे से एशिया कप में टकराईं.

 

इसके बाद इस मैदान पर कुल 200 वनडे मैच और 4 टेस्ट मैच खेले गए. पाकिस्तान में सिक्योरिटी के चलते ज्यादातर टेस्ट मैचों का आयोजन इसी मैदान पर किया गया. अमीरात क्रिकेट बोर्ड की स्थापना 1989 में हुई थी और उसी साल उसे आईसीसी का मेंबर भी बनाया गया. इसके तुरंत बाद टीम को एसोसिएट मेंबर का स्टेटस मिला. इसके अलावा साल 1990 में नेशनल टीम ने फिर वापसी की. लेकिन टीम को दो बार नीदरलैंड से भारी हार का सामना करना पड़ा. इस हार से यूएई को ये तो पता चल गया था कि साल 1994 आईसीसी ट्रॉफी के लिए उन्हें कितनी मेहनत की जरूरत थी.

 

दूसरे देशों से बनाई टीम
केन्या में होने वाले आईसीसी टूर्नामेंट को देखते हुए यूएई ने एक नेशनल टीम बनाने पर अपना पूरा फोकस लगा दिया. ईसीबी ने इसके बाद भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान से कई फर्स्ट क्लास अनुभवी खिलाड़ियों को इस तरफ आकर्षित किया. इस दौरान इन खिलाड़ियों को ये भी कहा गया कि, उन्हें यूएई में नौकरी भी दी जाएगी. लेकिन सभी को बाद में यूएई की तरफ से ही खेलना होगा. सुल्तान जरवानी जो मूल रूप से अरब के ही थे उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया.  नतीजा ये रहा कि, यूएई ने ट्रॉफी जीती और इस तरह 1996 के विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया.

 

यूएई ने फाइनल में केन्या को मात दी. लेकिन केन्या क्रिकेट बोर्ड और खिलाड़ियों को इतना ज्यादा गुस्सा आ गया कि उन्होंने यूएई की टीम पर सीधा आरोप लगा दिया कि वो दूसरे देशों के खिलाड़ियों को अपनी टीम में खिलाकर मैच जीत रहे  हैं. लेकिन इस मामले पर आईसीसी पूरी तरह खामोश रहा. हालांकि बाद में आईसीसी ने नेशनल टीम पर सवाल खड़े किए और बाकी आईसीसी टूर्नामेंट्स में इनपर दूसरे देशों के खिलाड़ियों को खिलाने से इंकार कर दिया.

 

पहला वनडे
संयुक्त अरब अमीरात ने अपना पहला वनडे साल 1994 में खेला. इस दौरान टीम ने ऑस्ट्रल एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के खिलाफ खेला. उसी साल केन्या और नीदरलैंड के खिलाफ ट्राई सीरीज  में टीम आखिरी स्थान पर रही. इसके बाद साल 1995 में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका के ए टीमों के खिलाफ टीम ने टूर्नामेंट खेला जिसमें टीम सबसे आखिरी पायदान पर रही. साल 1996 के वर्ल्ड कप में टीम ने वनडे क्रिकेट में वापसी की जहां उन्होंने नीदरलैंड के खिलाफ एक मैच को छोड़कर सभी मैच गंवाए.  ये मैच आईसीसी के दो सहयोगी सदस्यों के बीच पहला एकदिवसीय मैच था.

 

बाद में साल 1996 में संयुक्त अरब अमीरात एसीसी ट्रॉफी में उपविजेता रहा. साल 1994 के बाद टीम पर लगाए गए कड़े नियमों के बाद साल 1997 आईसीसी ट्रॉफी में टीम 10वें पायदान पर रही. इसके बाद साल 1998 एसीसी ट्रॉफी में के सेमीफाइनल में टीम को बांग्लादेश के हाथों हार का सामना करना पड़ा.

 

वनडे क्रिकेट में वापसी
एशिया कप के पहले राउंड में टीम को यहां भारत और श्रीलंका के हाथों हार का सामना करना पड़ा. लेकिन हांगकांग सिक्सेस में टीम चौथे पायदान पर रही. इसके बाद टीम ने भारत और साउथ अफ्रीका को हराया. साल 2005 में टीम फिर से आईसीसी इंटरकॉन्टिनेंटल कप के सेमीफाइनल में पहुंची. लेकिन शारजाह में इंग्लैंड ए के खिलाफ एक सीरीज में टीम ने अपने सभी 4 मैच गंवा दिए. साल 2005 आईसीसी ट्रॉफी में टीम छठे पायदान पर रही थी.

 

इसके बाद साल 2006 एसीसी ट्रॉफी के फाइनल में टीम ने हांगकांग को हराया, लेकिन साल 2006 आईसीसी इंटरकॉन्टिनेंटल कप में टीम को नामीबिया के खिलाफ हार मिली. साल 2007 एसीसी टी20 कप में टीम चौथे पायदान पर रही थी. साल 2008 के एशिया कप में टीम में पहले राउंड में ही बांग्लादेश और श्रीलंका के हाथों हार का सामना करना पड़ा. 2008 एसीसी ट्रॉफी में एक बार फिर टीम को हार मिली.

 

2010 से अब तक
अक्टूबर 2010 में, टीम ने घोषणा की कि उसने कबीर खान को टीम का कोच बनाया है. अपने एक साल के कार्यकाल के दौरान खान को अफगान टीम के साथ बड़ी सफलता मिली क्योंकि वे एकदिवसीय मैच खेलने के योग्य हो गए. कबीर खान ने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य यूएई को 2012 आईसीसी विश्व टी20 के लिए क्वालीफाई करने में मदद करना था. साल 2011 में यूएई ने वर्ल्ड क्रिकेट लीग डिवीजन दो की शुरुआत में कई मैच गंवाए. जून / जुलाई 2011 में, उन्होंने 2011-13 आईसीसी इंटरकॉन्टिनेंटल कप के पहले दौर में टीम का सामना केन्या के साथ हुआ.

 

संयुक्त अरब अमीरात ने 2014 आईसीसी विश्व टी20 में भाग लिया लेकिन टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं जीत पाए. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में 2015 क्रिकेट विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई किया. यूएई ने लगभग बीस साल के अंतराल के बाद क्रिकेट विश्व कप में खेलने के लिए क्वालीफाई किया. टूर्नामेंट में अन्य टीमों के विपरीत, खिलाड़ियों में मुख्य रूप से अर्ध-पेशेवर शामिल थे. टीम ने न्यूजीलैंड के नेल्सन में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले गए ग्रुप स्टेज मैच में 2015 क्रिकेट विश्व कप में अपना सर्वोच्च एकदिवसीय स्कोर दर्ज किया. हालांकि, टीम भी जीत दर्ज नहीं कर पाई और 2015 क्रिकेट विश्व कप से पूल बी में 6 मैचों में से 6 हार के साथ बाहर हो गई.

 

वर्ल्ड कप इतिहास
यूएई ने 2000 से 2006 तक 4 बार एसीसी ट्रॉफी पर कब्जा किया है. टीम ने 1994 में आईसीसी ट्रॉफी भी जीती थी और उसी साल अपना पहला वनडे मैच भी खेला था. इसके बाद टीम ने साल 1996 में क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई किया. यूएई ने साल 2004 और 2008 एशिया कप भी खेला है. 2014 वर्ल्ड कप क्वालीफायर में यूएई स्कॉटलैंड के बाद दूसरे नंबर पर रहा था. वहीं साल 2015 वर्ल्ड कप के लिए भी यूएई ने क्वालीफाई किया था. यूएई को साल 2018 में वनडे स्टेट्स मिला.

 

यूएई साल 2014 के आईसीसी वर्ल्ड टी20  ग्रुप स्टेज तक भी पहुंचा था. टीम ने इसके बाद 2019 वर्ल्ड कप टी20 के लिए भी क्वालीफाई किया था. जिसकी वो मेजबानी कर रहा था. हालांकि वर्ल्ड क्रिकेट लीग खत्म होने के बाद यूएई ने साल 2019 से अब तक क्रिकेट वर्ल्ड कप में हिस्सा ले रहे हैं.

 

अहम खिलाड़ी
केरल के क्रिकेटर यूएई के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं. टी20 टीम के कप्तान, रिजवान, जो अहमद रजा की जगह लेते हैं, उन्होंने केवल 12 टी20 खेले हैं. इसमें उन्होंने 24.22 के औसत और 108.45 की स्ट्राइक रेट से 218 रन बनाए हैं. यूएई के लिए उनका आखिरी मैच बांग्लादेश के खिलाफ आया था, जहां रिजवान ने नाबाद 51 रन बनाए थे.

 

अहमद रजा
रजा टी20 में यूएई के सबसे सफल कप्तान हैं. टीम ने अपने 27 मैचों में से 18 में जीत हासिल की, जिसमें फरवरी में अल अमीराट में क्वालीफायर ए जीतकर टी20 विश्व कप में जगह भी शामिल है. उस टूर्नामेंट के फाइनल में यूएई की जीत भी लगातार पांचवीं बार थी जब उन्होंने टी20 में आयरलैंड को हराया था.

 

खुद का फ्रेंचाइजी लीग
साल 2017 में पहली बार देश की अपनी फ्रेंचाइजी लीग थी, जब शारजाह में टी10 लीग की शुरुआत हुई. 10 ओवर के कॉम्पिटिशन को ईसीबी और आईसीसी की परमिशन मिली. इस लीग में कई बड़े नामों ने हिस्सा लिया जबकि दो साल बाद प्रतियोगिता को अबु धाबी से शारजाह शिफ्ट कर दिया गया. लेकिन 2018 के एशिया कप में टीम को उम्मीद थी कि वो कुछ अच्छा करेगी लेकिन टीम बाहर हो गई. साल 2020 में कोरोना आया और फिर यूएई में क्रिकेट की वापसी की. भारत में हालात खराब थे जिसके बाद आईपीएल को यूएई शिफ्ट कर दिया गया. यानी की यूएई अब दुनिया का वो हिस्सा है जहां क्रिकेट हर हाल में मुमकिन है. यूएई ने साल 2022 में अपनी खुद की लीग की शुरुआत कर दी है जिसे इंटरनेशनल लीग टी20 कहा जा रहा है. इसका पहला एडिशन साल 2023 में होगा जिसमें आईपीएल की कुछ टीमों को मिलाकर कुल 6 टीमें हिस्सा ले रही हैं.

 

यूएई की टी20 टीम

सीपी रिजवान (कप्तान), वृत्या अरविंद (उपकप्तान), चिराग सूरी, मुहम्मद वसीम, बासिल हमीद, आर्यन लकड़ा, जवार फरीद, काशिफ दाउद, कार्तिक मयप्पन, अहमद रजा, जाहूर खान, जुनैद सिद्दीकी, साबिर अली, अलीशान शराफू, अयान खान.